अलीगढ़ के बेसिक शिक्षा विभाग में कर्मचारियों के प्रॉविडेंट फंड (PF) में 4.92 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। इस घोटाले में 55 अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, जिनमें 11 पूर्व बीएसए, 34 बीईओ और एक दर्जन से अधिक कर्मचारी शामिल हैं। वर्तमान बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉ. राकेश सिंह ने इस मामले की तहरीर देकर बन्नादेवी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
घोटाले की शुरुआत
यह मामला तब सामने आया जब अलीगढ़ जिले के टप्पल ब्लॉक से रिटायर हुए शिक्षक जगदीश प्रसाद ने कर्मचारियों के पीएफ में गड़बड़ी की शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद, तात्कालीन जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट विनीत कुमार और वरिष्ठ कोषाधिकारी से जांच करवाई। जांच में कई अभिलेख गायब पाए गए और दस्तावेजों में गड़बड़ियां सामने आईं। इसके बाद शासन से एक विशेष जांच टीम बनाई गई।
जांच में हुआ खुलासा
शासन के आदेश पर तात्कालीन एडी बेसिक डॉ. इंद्र प्रकाश सिंह सोलंकी और वित्त एवं लेखाधिकारी प्रशांत कुमार ने जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि 2003 से 2013 तक अलीगढ़ में तैनात अधिकारियों ने कर्मचारियों के पीएफ में भारी गड़बड़ी की और राशि उनके खातों में जमा नहीं की। इस घोटाले में 4.92 करोड़ रुपए की गड़बड़ी का खुलासा हुआ।
विभिन्न अधिकारियों पर कार्रवाई
इस घोटाले में 11 बेसिक शिक्षा अधिकारी, 34 ब्लॉक शिक्षा अधिकारी, और 10 वित्त एवं लेखा अधिकारी शामिल हैं। इनमें से कुछ प्रमुख अधिकारी और कर्मचारी जिनकी तैनाती 2003 से 2013 के दौरान अलीगढ़ में रही, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इन अधिकारियों में दिनेश सिंह, पुष्पा सिंह, अलताफ अंसारी, मनोज कुमार, डॉ. मुकेश कुमार सिंह, आदि शामिल हैं।
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पीएफ घोटाले की सबसे बड़ी गड़बड़ी
सभी ब्लॉक में गड़बड़ी पाई गई, लेकिन सबसे बड़ी राशि की गड़बड़ी टप्पल ब्लॉक में हुई, जहां 190.29 लाख रुपए का घोटाला हुआ। इसके बाद गोंडा में 92.17 लाख, अकराबाद में 43.94 लाख, जवां में 42.49 लाख, अतरौली में 7.18 लाख, और अन्य ब्लॉकों में भी गड़बड़ी का खुलासा हुआ है।
न्याय का आश्वासन
बीएसए डॉ. राकेश सिंह ने कहा कि इस मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और कर्मचारियों को उनका हक दिलवाया जाएगा। पीएफ की राशि का घोटाला करने वालों को सख्त सजा दिलाने के लिए वे पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
राज्य शासन को भेजी गई रिपोर्ट
यह रिपोर्ट 7 जनवरी 2022 को शासन को भेजी गई थी, जिसमें 4.92 करोड़ रुपए की गड़बड़ी की पुष्टि की गई थी। इस रिपोर्ट के आधार पर शासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की है। वही यह मामला अलीगढ़ बेसिक शिक्षा विभाग में घोटाले की गहराई को उजागर करता है, जिसमें कई उच्च पदस्थ अधिकारियों की भूमिका सामने आई है। विभाग अब इस घोटाले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने जा रहा है, जिससे पीएफ के संबंधित कर्मचारियों को न्याय मिल सके।