बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (Nishikant Dubey) ने एक पॉडकास्ट इंटरव्यू के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को लेकर ऐसा बयान दे दिया है, जिससे सियासी गलियारों में हलचल मच गई है। यूट्यूबर प्रफुल्ल गर्ग (Praful Garg) के पॉडकास्ट में निशिकांत दुबे से जब योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि योगी इस समय मुख्यमंत्री हैं, लेकिन दिल्ली की कुर्सी अभी खाली नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि 20 से 25 साल राजनीति में एक लंबा समय होता है और भविष्य में क्या होगा, ये कोई नहीं कह सकता।
वोट मोदी के नाम पर पड़े, योगी के नहीं: निशिकांत दुबे
निशिकांत दुबे यहीं नहीं रुके, उन्होंने यह भी दावा किया कि 2017 में जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने, तब लोगों ने उन्हें नहीं बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देखकर वोट दिया था। उन्होंने कहा कि आज भी जनता पीएम मोदी के नाम पर वोट करती है। इस बयान के जरिए उन्होंने यह जताने की कोशिश की कि योगी का कोई स्वतंत्र जनाधार नहीं है और उनकी लोकप्रियता मोदी लहर के साये में ही पनपी है।
योगी से ज्यादा पसंदीदा नेता कौन?
जब इंटरव्यूअर ने तर्क दिया कि योगी आदित्यनाथ को लोग पसंद करते हैं, तो निशिकांत दुबे ने इसका जवाब कुछ और ही अंदाज़ में दिया। उन्होंने कहा कि पसंद तो कई नेता आ रहे हैं, जैसे हिमंता बिस्वा सरमा, देवेंद्र फडणवीस और गृह मंत्री अमित शाह। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर ‘पसंद’ की बात की जाए तो अमित शाह की लोकप्रियता की कल्पना भी नहीं की जा सकती।
भविष्य की राजनीति और संकेत
निशिकांत दुबे के इस बयान को राजनीतिक विश्लेषकों द्वारा 2029 या उससे आगे की बीजेपी की रणनीति के संकेत के रूप में देखा जा रहा है। उनका इशारा साफ है कि पार्टी में कई ऐसे युवा और प्रभावशाली नेता हैं जो भविष्य में बड़े दावेदार हो सकते हैं। इस बयान से यह संदेश भी गया कि पार्टी में नेतृत्व को लेकर भविष्य में कई विकल्प मौजूद हैं और योगी आदित्यनाथ को लेकर जो अटकलें लगती रही हैं, वे पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं हैं।
सियासी हलचल तय
निशिकांत दुबे का यह बयान बीजेपी के अंदर ही चर्चा का विषय बन गया है। योगी समर्थकों को यह बात नागवार गुजर सकती है, वहीं पार्टी के दूसरे धड़ों में इसे नेतृत्व संतुलन के संकेत के तौर पर भी देखा जा सकता है। अब देखना दिलचस्प होगा कि खुद योगी आदित्यनाथ या पार्टी नेतृत्व इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया देता है या नहीं।