मथुरा (Mathura) स्थित विश्वविख्यात बांके बिहारी मंदिर का खजाना शुक्रवार को पूरे 54 वर्षों बाद खोला गया। यह कार्रवाई हाई पावर कमेटी के निर्देश पर की गई, जिसमें प्रशासनिक अधिकारी और मंदिर के सेवायत गोस्वामी दोनों ही मौजूद थे। जैसे ही खजाने के खुलने की खबर फैली, मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। जिस पर अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला है।
अखिलेश यादव ने सरकार पर कसा तंज
भाजपा सरकार से करबद्ध आग्रह… कम-से-कम मंदिरों के ख़ज़ाने तो छोड़ दे… इतना भी लालच अच्छा नहीं।
दुर्भाग्यपूर्ण! pic.twitter.com/QELLABUHNj
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) October 19, 2025
समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस कार्रवाई को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, ‘भाजपा सरकार से करबद्ध आग्रह… कम-से-कम मंदिरों के खज़ाने तो छोड़ दें… इतना भी लालच अच्छा नहीं… दुर्भाग्यपूर्ण! उनके इस बयान ने इस मुद्दे को राजनीतिक रंग दे दिया है।
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धार्मिक भावनाओं को ठेस का आरोप
खजाने को खोले जाने को लेकर मंदिर के कई सेवायत गोस्वामियों ने अपनी नाराजगी जताई है। उनका कहना है कि यह खजाना वर्षों पुरानी धार्मिक परंपरा और श्रद्धा का प्रतीक है, जिसे प्रशासनिक आदेशों पर खोलना न केवल अनुचित है बल्कि इससे श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। इस कार्रवाई के दौरान कई सेवायतों ने अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी भी की। फिलहाल, खजाने को दोबारा सील कर दिया गया है और अब हाई पावर कमेटी की अगली बैठक में आगे की कार्रवाई पर निर्णय लिया जाएगा।


















































