विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुक्रवार से आरंभ होने जा रहा है। सत्र के पहले दिन समाजवादी पार्टी सहित विपक्षी दलों द्वारा कोडीन युक्त कफ सिरप की तस्करी और मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (एसआईआर) को लेकर सरकार को घेरने की संभावना है। इसके अलावा सदन में ‘वंदे मातरम’ पर प्रस्तावित चर्चा का भी विरोध किया जा सकता है, जिससे कार्यवाही के दौरान हंगामे के आसार हैं।
सर्वदलीय बैठक में सहयोग का आश्वासन
सत्र को शांतिपूर्ण और सुचारू ढंग से संचालित करने के उद्देश्य से बृहस्पतिवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में सर्वदलीय और कार्यमंत्रणा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न दलों के नेताओं ने सदन की कार्यवाही को संसदीय गरिमा और शालीनता के अनुरूप चलाने में पूर्ण सहयोग देने का भरोसा दिलाया। विधानसभा अध्यक्ष ने भी सभी दलों से सकारात्मक संवाद और संसदीय परंपराओं का पालन करने की अपील की।
सरकार ने सार्थक बहस पर दिया जोर
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सत्र के दौरान पेश किए जाने वाले विधेयकों पर विस्तार से चर्चा कराई जाएगी और सभी सदस्यों को अपनी बात रखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से सकारात्मक और सार्थक बहस में भाग लेने का आग्रह किया। संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने स्पष्ट किया कि सरकार सदन में उठाए जाने वाले हर मुद्दे पर गंभीरता से जवाब देने के लिए तैयार है। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय सहित विभिन्न दलों के नेताओं ने भी अपने विचार रखे।
सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
सत्र के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था से निपटने के लिए सुरक्षा और समन्वय को लेकर उच्चस्तरीय बैठक भी की गई। इसमें विधान भवन परिसर की सुरक्षा, यातायात प्रबंधन, आगंतुकों और वाहनों की जांच, क्यूआरटी टीम की तैनाती तथा अग्निशमन व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में डीजीपी राजीव कृष्ण, प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद और लखनऊ के पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र सेंगर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
















































