महाकुंभ भगदड़ में संतकबीरनगर जिले की महिला की हुई मौत, शव के घर पहुंचते ही मचा कोहराम

प्रयागराज के महाकुंभ में संगम पर भगदड़ के दौरान संतकबीरनगर जिले के कोतवाली क्षेत्र के जूरी गांव निवासी 37 वर्षीय शांति देवी की मौत के बाद उनका शव शुक्रवार को पुलिस एंबुलेंस से लेकर घर पहुंची। मृतका के शव के घर पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया। वहीं, गांव में अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट गई। देर शाम महिला के शव का हिंदू रीति-रिवाज से परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया।

आपको बता दें कि 37 वर्षीय शांति देवी पत्नी नरेश बीते 27 जनवरी को सुबह में अपने गांव के दस से बारह लोगों के साथ पिकअप गाड़ी से प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर्व पर संगम स्नान करने गई थी। परिजनों के मुताबिक 28 जनवरी तक उन लोगों की मोबाइल पर बातचीत हुई थी। 29 जनवरी को शांति देवी का फाेन नहीं उठा। ऐसे में लगातार उनके मोबाइल पर फाेन लगा रहे थे। दिन में एक बजे के करीब शांति देवी का फोन किसी अंजान व्यक्ति ने उठाया और उसने शांति देवी के मृत्यु की जानकारी दी। सूचना मिलते ही मृतका के देवर सुरेंद्र अपने रिश्तेदार के साथ प्रयागराज निकल गए जहां, उन लोगों ने वहां बने अस्पताल में उनकी तलाश की लेकिन कुछ पता नहीं चला। अगले दिन भगदड़ में उनकी मृत्यु हो गई है की सूचना मिली। जिसके बाद वह एक अस्पताल में जाकर मृतका शांति देवी के शव की शिनाख्त किए। इसके बाद प्रयागराज पुलिस और एंबुलेंस की मदद से शुक्रवार को भोर में उनके शव काे लाकर जिला प्रशासन को सौंपा। जहां, उनके शव को उनके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। शव के गांव में पहुंचते ही कोहराम मच गया। प्रभारी निरीक्षक खलीलाबाद सतीश कुमार सिंह ने बताया कि जूरी गांव की रहने वाली मृतका शांति देवी का शव प्रयागराज पुलिस शुक्रवार को सुबह में लेकर पहुंची है । महिला के शव को परिजनों को सुपुर्द कर गया है। उनके परिजनों ने देर शाम उनका अंतिम संस्कार कर दिया है।