कई बार देखा जाता है कि देर रात में पुलिसकर्मी सोते मिलते हैं. ऐसे में अब गोरखपुर (Gorakhpur) के एडीजी (ADG) ने एक बड़ा कदम उठाया है. जिसके अंतर्गत उन्होंने साफ़ तौर ये आदेश दिए हैं कि चार घंटे की लगातार ड्यूटी के बाद सिपाहियों की जिम्मेदारी नहीं होगी. इसके लिए एडीजी ने शनिवार को एक बैठक बुला कर कमिटी गठित की है. वहीँ प्रत्येक जिले के एसपी एसएसपी को भी आदेश जारी कर दिए हैं.
एडीजी ने दिए ये आदेश
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को गोरखपुर जिले के एडीजी ने सुबह ही सभी जिलों के एसएसपी/ एसपी को निर्देशित किया कि वह सिपाहियों से पूछकर ऐसा समय तय करें, जब वह पूरी सतर्कता के साथ आठ घंटे की डयूटी कर सके. उस दौरान उस क्षेत्र में कुछ भी होने पर वही जिम्मेदार होगा. इसके साथ ही चार घंटे की नॉन एक्टिव डयूटी भी तय करें. नॉन एक्टिव ड्यूटी में सिपाही ड्यूटी पर तो होगा, लेकिन उसकी कोई जिम्मेदारी नहीं होगी.
गोरखपुर जिले के लिए एडीजी ने एसपी उत्तरी मनोज अवस्थी को जिम्मेदारी सौंपी है कि सिपाहियों के साथ जल्द मीटिंग करके एक्टिव ड्यूटी व नॉन एक्टिव डयूटी की लिस्ट बनाएं और समय से उन्हें सूचित भी करें. एडीजी के इस आदेश के सिपाहियों को काफी ज्यादा रहत मिलने की उम्मीद की जा रही है.
इस वाकिये के बाद दिए आदेश
बता दें कि एडीजी अखिल कुमार शुक्रवार रात करीब साढ़े 12 बजे गीडा थाने की नौसढ़ चौकी का निरीक्षण करने पहुंचे थे. इस दौरान एक सिपाही मोबाइल पर लाइव लोकेशन डालकर चौकी में सोता मिला. एडीजी को देखकर उसने कपड़े बदलकर पीछे के दरवाजे से भागने की कोशिश की. लेकिन एडीजी ने उसे पकड़ लिया. एडीजी ने सिपाही को न डांटा न फटकारा और न ही उसके विरुद्ध उन्होंने कोई कार्रवाई की. बल्कि एडीजी ने सिपाही से ऐसा करने का कारण पूछा. जिसके बाद शनिवार को ये आदेश दिए.
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