लोकसभा चुनाव में बसपा को जिस सफलता की उम्मीद थी, वो नहीं मिलने पर मायावती ने गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी। अब बसपा के रास्ते पर चलते हुए राष्ट्रीय लोकदल भी गठबंधन से अलग होने का फैसला ले सकती है। सूत्रों का कहना है कि बुधवार की शाम तक इस पर फैसला आ सकता है।
गठबंधन से अलग हुई बहुजन समाज पार्टी
गौरतलब है कि मंगलवार को बसपा सुप्रीमो मायावती ने चुनाव में समाजवादी पार्टी का वोट ट्रांसफर न होने का आरोप लगाते हुए गठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी। मायावती ने यह भी कहा कि अब बसपा 11 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव अकेले ही लड़ेगी।
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उधर, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अकेले रहकर उपचुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। अखिलेश ने कहा कि अगर गठबंधन टूटा है तो उस पर सोच समझकर विचार करूंगा। सपा अध्यक्ष ने कहा कि रास्ते अलग हैं तो उसका भी स्वागत और सबको बधाई। इस दौरान अखिलेश ने यह भी कहा कि अगर बसपा ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो हम भी सभी सीटों पर पार्टी नेताओं से बात कर उपचुनाव लड़ेंगे।
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बता दें कि विधानसभा की 11 सीटों गंगोह (सहारनपुर), टूंडला, गोविंदनगर (कानपुर), लखनऊ कैंट, प्रतापगढ़, मानिकपुर चित्रकूट, रामपुर, जैदपुर (बाराबंकी), बलहा (सुरक्षित), बहराइच, इगलास (अलीगढ़), जलालपुर (अंबेडकरनगर) पर उपचुनाव होने हैं। लेकिन इससे पहले गठबंधन से एक और राजनीतिक दल कन्नी काटने की तैयारी में है।
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