उत्तर प्रदेश बार काउंसिल (UP Bar Council) अध्यक्ष दरवेश यादव (Darvesh Yadav) की गोली मारकर हत्या मामले के पीछे एक बड़ी साजिश की बात निकलकर सामने आ रही है. दरवेश यादव के भतीजे सनी यादव द्वारा कराई गई एफआईआर के मुताबिक हत्याकांड में मुख्य आरोपी मनीष शर्मा के साथ उसकी पत्नी वंदना और एक अन्य वकील गुलेच्छा विनीत शामिल थे. सनी का आरोप है कि हत्यारे जेवर और गाड़ी पर कब्जा करना चाहते थे.
सनी यादव के मुताबिक मनीष की पत्नी वंदना कई दिनों से उनकी बुआ (दरवेश यादव) को फोन कर धमकियां दे रही थी. वंदना ने उसकी बुआ से कहा था कि वह उसके पति से पैसा और जेवरात न मांगे. सनी का आरोप है कि मनीष ने उसकी बुआ के चैंबर पर भी कब्जा कर रखा था.
चैंबर व कुछ निजी कारणों को लेकर थी अनबन
सनी का कहना है कि बुधवार को पूर्व अधिवक्ता विनीत गुलेच्छा मनीष को साजिश के तहत अपने साथ कचहरी लाया और उसकी बुआ की हत्या करवा दी. जानकारी के मुताबिक मनीष व दरवेश 8-10 साल से साथ थे. उनके बीच चैंबर व कुछ निजी कारणों को लेकर अनबन थी. दरवेश पिछले कुछ समय से अरविंद मिश्रा के चैंबर में ही बैठ रही थीं.
दरवेश यादव की हत्या पर गहरा दुख जताते हुए उत्तर प्रदेश बार कौंसिल ने अन्य सदस्यों की सुरक्षा की मांग की है. बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने इस हत्याकांड की कड़ी निंदा की है. बीसीआई ने यूपी सरकार से मृतक अध्यक्ष के परिवार के लिए सुरक्षा के साथ ही न्यूनतम 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराने की मांग की है.
मूल रूप से एटा निवासी दरवेश सिंह रविवार को ही उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष निर्वाचित हुईं थीं. वह 2016 में बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वह पहली बार 2012 में सदस्य पद पर विजयी हुई थीं.
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