उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए उनकी तुलना मुगल बादशाह औरंगजेब से की थी. इसी कड़ी में शनिवार को अखिलेश यादव ने ट्वीट करके सीएम योगी पर पलटवार किया. अखिलेश यादव ने कहा, “मुख्यमंत्री के लिए हर पिता ‘पितातुल्य’ होना चाहिए, उन्नाव की बलात्कार-पीड़िता का वो बेबस पिता भी जिसको उनकी पुलिस ने मार-मार कर मार डाला. इसी प्रकार हर पुत्री ‘पुत्रीतुल्य’ होनी चाहिए, वो पुत्री भी जिसे काला झंडा दिखाने पर जेल की काल कोठरी में डाला गया. यही सच्चा राजधर्म है.”
इससे पहले सीएम योगी ने कहा,” कि जिसने अपने पिता और चाचा को कैद कर दिया था, जो अपने पिता और चाचा का नहीं हुआ, आप सबको खुद से जोड़ने की बात कर रहा है” … इतिहास में एक चरित्र है, जिसने अपने पिता को जेल में डाल दिया था … यही वजह है कि कोई मुसलमान अपने बेटे का नाम औरंगजेब नहीं रखता … मुझे लगता है कि सपा के साथ कुछ ऐसी ही बात जुड़ी है.’
मुख्यमंत्री के लिए हर पिता ‘पितातुल्य’ होना चाहिए, उन्नाव की बलात्कार-पीड़िता का वो बेबस पिता भी जिसको उनकी पुलिस ने मार-मार कर मार डाला. इसी प्रकार हर पुत्री ‘पुत्रीतुल्य’ होनी चाहिए, वो पुत्री भी जिसे काला झंडा दिखाने पर जेल की काल कोठरी में डाला गया. यही सच्चा राजधर्म है.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 8, 2018
निषाद सम्मेलन के दौरान योगी का यह बायान ऐसे समय आया है, जब सपा की पारिवारिक अंतर्कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गयी है. असंतुष्ट चाचा शिवपाल सिंह यादव ने ‘समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा’ बना लिया है. उन्होंने 2019 में राज्य की सभी 80 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है.
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शिवपाल ने कहा है कि वह अलग-थलग पडे़ सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुट करेंगे. शिवपाल ने सपा नेतृत्व पर आरोप लगाया कि वह उनकी डेढ़ साल से अनदेखी कर रहा था. शिवपाल ने अखिलेख और पार्टी नेतृत्व पर आरोप लगाया कि वह सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को पर्याप्त सम्मान नहीं दे रहा है.
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