समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव राफेल डील मामले पर आये सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद अखिलेश यादव ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इस मामले में मोदी सरकार को क्लीन चिट दे दी है. उन्होंने कहा ‘मुझे लगता है कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च है. हमने जेपीसी के लिए कहा जब सुप्रीम कोर्ट तस्वीर में नहीं थी, लेकिन अब शीर्ष अदालत का फैसला आया है. उन्होंने हर पहलू पर विचार किया है, इसलिए यदि कोई भविष्य में सवाल पूछना चाहता है तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट के दरवाजे पर दस्तक देनी चाहिए.’
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट से बड़ा कोई न्यायालय नहीं है. जनता को इससे ज्यादा किसी पर भरोसा नहीं है. JPC (संयुक्त संसदीय समिति) पर तो सुप्रीम कोर्ट की बात से पहले ही हमने मांग की थी. जंतर मंतर पर कहा था, जेपीसी बने. अब सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला आ गया है तो बात खत्म हो गयी. उन्होंने प्रदेश की बात करते हुए कहा, हजारों नौजवान डायल 100, पुलिस भवन और मंडी में नौकरी पा चुके हैं. ट्रैफिक समस्या पर जो फैसला हमने लिया था, सरकार ने उसे रोक दिया. 5 लाख लीटर अमूल का प्लांट लगाया अब गुजरात से टैंकर भरकर दूध आ रहा है और लखनऊ का नाम नहीं लिया जा रहा है.
सुनिए अखिलेश ने क्या कहा
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बता दें शुक्रवार को राफेल मामले पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा ने मोदी सरकार को क्लीन चिट देते हुए कहा था कि राफेल की गुणवत्ता पर कोई सवाल नहीं है. उन्हें विमानों की खरीद के एनडीए सरकार के फैसले में कोई अनियमितता नहीं मिली. राफेल सौदे में उन्हें कोई संदेह नहीं है. विमान देश की जरूरत है और इसकी खरीद प्रक्रिया को लेकर हम संतुष्ट हैं. कोर्ट के लिए यह सही नहीं है कि वह एक अपीलीय प्राधिकारी बने और सभी पहलुओं की जांच करे.’ कोर्ट ने सौदे में कंपनी के फायदे के आरोपों पर कहा, ‘हमें कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे लगे कि कोई कॉमर्शल पक्षपात हुआ हो.’ कोर्ट ने कहा, ‘हम सरकार को 126 विमान खरीदने के लिए मजबूर नहीं कर सकते और कोर्ट द्वारा इस मामले के हर पहलु को जांच करना भी सही नहीं है. किमतों की तुलना करना कोर्ट का काम नहीं है.’
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