भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ बुधवार को कुंभ क्षेत्र में होंगे. यह उनका निजी और अध्यात्मिक दौरा बताया जा रहा है लेकिन मंगलवार की घटना के बाद उनके विरोध की आशंका बन गई है. अखिलेश यादव को लखनऊ में ही रोके जाने से नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने विरोध की योजना भी बनाई है. इसके अलावा अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की ओर से अखिलेश यादव को आमंत्रित किए जाने तथा मंगलवार को उनके यहां सपा नेताओं के जमावड़ा से भाजपा नेताओं की जोड़ी के सामने संतों को साधने की चुनौती भी बढ़ गई है.
अमित शाह विशेष विमान से सुबह 11 बजे आएंगे और शाम 5.30 बजे तक कुंभ क्षेत्र में रहेंगे. उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा कुछ करीबी नेता भी होंगे. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का संगम स्नान, अक्षय वट, सरस्वती कूप एवं बड़े हनुमान दर्शन का कार्यक्रम है. वह सभी अखाड़ों में जाएंगे तथा जूना के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि समेत अनेक संतों से मिलेंगे. माना जा रहा है कि अमित शाह अयोध्या मुद्दे पर संतों की रायसुमारी जुटाने तथा हिंदुत्व के एजेंडे को कोशिश करेंगे लेकिन उनके यह आसान नहीं होने जा रहा.
बता दें कि भाजपा अध्यक्ष के आगमन से एक दिन पहले मंगलवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में रोके जाने के बाद यहां जमकर बवाल हुआ. अखिलेश यादव को बाघम्बरी गद्दी में आयोजित कार्यक्रम में भी आमंत्रित किया गया था. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की ओर से उन्हें सम्मानित किया जाना था. लखनऊ एयरपोर्ट पर रोके जाने के बाद अखिलेश यादव तो कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए लेकिन सपा सांसद धर्मेंद्र यादव, नागेंद्र पटेल समेत अन्य कई शीष नेता पुलिस लाइन से छुटने के बाद आश्रम में पहुंचे और महंत नरेंद्र गिरि का आशीर्वाद लिया. ऐसे में अमित शाह और मुख्यमंत्री का दौरा कितना अध्यात्मिक और कितना राजनीतिक रहता है यह देखने वाली बात होगी.
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