यूपी: ‘अमिताभ बच्चन’ नाम होना किसान को पड़ा महंगा, उठाना पड़ा ये भारी नुकसान

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी (Barabanki) जिले में एक ग्रामीण किसान (Farmer) को अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) नाम होना महंगा पड़ गया. उस किसान ने अपनी भूमि, आधार व बैंक खाता लगाकर किसान सम्मान निधि के तहत पंजीकरण कराया. लेकिन, जिम्मेदारों ने अमिताभ बच्चन नाम होने के कारण उसकी पहली किस्त का भुगतान ही रोक दिया. उसके बाद से एक भी किस्त उसके खाते में नहीं पहुंची. हालांकि, मामला चर्चा में आया तो जिम्मेदार अब दिसम्बर माह में उसके खाते में धनराशि पहुंचने का आश्वासन दे रहे हैं.


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पूरा मामला नवाबगंज तहसील के जसमंडा मजरे गदिया का है. जहां के निवासी हरिनाम गौतम के बेेटे का नाम अमिताभ बच्चन है, उसके नाम पर खेती योग्य जमीन है. उसने कृषि विभाग में अपना पंजीकरण साल 2016 से करा रखा था. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना आई तो उसने उसके लिए भी खतौनी, आधार एवं बैंक की पासबुक लगा दी. जिसके मुताबिक उसका खाता बैंक ऑफ इंडिया की हंडौरी शाखा में है. राजस्व कर्मियों के सत्यापन के बाद डाटा अपलोड कर दिया गया. जिले से प्रदेश स्तर और उसके बाद में भारत सरकार को भेजे गये डाटा में वह किसान सम्मान निधि का पात्र पाया गया. लेकिन, जिम्मेदारों ने सत्यापन में अमिताभ बच्चन नाम देखते ही उसकी पहली किस्त रोक दी.


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बाराबंकी उपकृषि निदेशक अनिल कुमार सागर का कहना है कि ये अमिताभ बच्चन मुंबई वाले नहीं है, बल्कि जसमंडा के एक ग्रामीण किसान है, जांच में इसकी पुष्टि हुई है. उसके पंजीकरण में दिया गया डाटा पूरी तरह से सही है. भारत सरकार से आए सत्यापन के डाटा में नाम व खाता नंबर दिखने पर अमिताभ बच्चन नाम आने के कारण उसकी सम्मान निधि रोकी गई होगी. हालांकि, वह पात्र है दिसम्बर माह में उसके खाते में धनराशि भेजी जाएगी.


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