यूपी के मेरठ जिले में तैनात रहे एक दारोगा पर आय से अधिक संपत्ति होने का आरोप लगा है. दरअसल, करीब डेढ़ साल से इस मामले की जांच प्रभारी निरीक्षक भ्रष्टाचार निवारण संगठन द्वारा की जा रही थी. अब जिसमें पाया गया है कि करोड़पति दारोगा ने अपनी आय की तुलना में 134% अधिक संपत्ति जुटाई है. रिपोर्ट की मानें तो दारोगा ने पिछले 09 सालों में करीब 62 लाख रुपए कमाए, लेकिन खर्चा करीब डेढ़ करोड़ रुपए का किया. जी हां..दारोगा ने मेरठ में फ्लैट समेत कई संपत्ति खड़ी कर दी. अब जब दारोगा दोषी पाया गया है तो उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. फिलहाल आरोपित दारोगा इस वक्त लखनऊ में तैनात है. जिसके चलते जल्द ही विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी जाएगी.
जनप्रतिनिधि ने प्रेस कांफ्रेस करके किया था दारोगा का पर्दाफाश
जानकारी के मुताबिक, 2020 में मेरठ के थाना हस्तिनापुर में तैनात दारोगा धर्मेंद्र सिंह कि भ्रष्टाचारी गतिविधियों के खिलाफ गोपाल काली नाम के एक जनप्रतिनिधि ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. जिसमें हस्तिनापुर वन सेंचुरी की जमीन पर दरोगा के अवैध आलीशान फार्म हाउस का खुलासा किया था. दारोगा का यह फार्म हाउस घने जंगल के बीच सभी सुविधाओं से लैस था इसके अलावा दारोगा के घर पर बिजली विभाग ने भी छापा मारा था, जिसमें चोरी की बिजली से दरोगा का घर रोशन होता हुआ मिला.
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तमाम आरोपों के बीच तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी ने दारोगा को हस्तिनापुर के चार्ज से हटाकर लाइन हाजिर कर दिया था. इसके बाद से लगातार पिछले करीब डेढ़ साल से भ्रष्टाचार निवारण संगठन की तरफ से इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी इसमें जांच कर रहे थे. अब जांच पूरी कर ली गई है. जिसके बाद मेरठ के मेडिकल थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.