22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले को लेकर भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (Foreign Minister S. Jaishankar) ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दी है। उन्होंने पाकिस्तान सरकार और वहां की सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर (Asim Munir) पर गंभीर आरोप लगाते हुए उन्हें “कट्टरपंथी विचारधारा से प्रेरित” व्यक्ति बताया है।
“जहां छिपे हैं आतंकी, वहीं खत्म करेंगे”
विदेश मंत्री ने साफ किया कि भारत आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का हवाला देते हुए उन्होंने कहा,’हमारे सुरक्षा बल इस मिशन को इसलिए जारी रखे हुए हैं ताकि यह स्पष्ट संदेश जाए कि यदि ऐसी घटनाएं दोहराई जाती हैं, तो भारत चुप नहीं बैठेगा। हम आतंकियों को उनकी मांद में घुसकर खत्म करेंगे।’
ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई जवाबी कार्रवाई
जयशंकर ने पुष्टि की कि 7 मई को भारत द्वारा शुरू किया गया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ सीमापार और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकियों के अड्डों को निशाना बनाने के लिए किया गया था। यह कार्रवाई भारत की कड़ी जवाबी नीति का हिस्सा है।
धार्मिक आधार पर की गई हत्या की पुष्टि
डच मीडिया एजेंसी NOS को दिए एक इंटरव्यू में जयशंकर ने यह भी बताया कि पहलगाम हमले में मारे गए 26 नागरिकों को उनकी धार्मिक पहचान की पुष्टि के बाद निशाना बनाया गया। उन्होंने इसे “धार्मिक उन्माद से प्रेरित सुनियोजित हत्याकांड” करार दिया। जयशंकर ने इस हमले को क्रूरता की चरम सीमा बताते हुए कहा, ‘हमारे पास ऐसे सबूत हैं कि आतंकियों ने पीड़ितों की आस्था की पुष्टि करने के बाद उन्हें उनके परिवार के सामने गोलियों से भून दिया। यह धार्मिक नफरत फैलाने की कोशिश थी।’
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चरमपंथी सोच से ग्रस्त है असीम मुनीर
भारतीय विदेश मंत्री ने पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर पर निशाना साधते हुए कहा कि पाकिस्तान का शीर्ष नेतृत्व चरमपंथी सोच से ग्रस्त है और वह न केवल क्षेत्रीय शांति, बल्कि वैश्विक स्थिरता के लिए भी गंभीर खतरा बन चुका है।
जयशंकर की शर्तें
जयशंकर ने भारत-पाक संबंधों पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि जब तक इस्लामाबाद आतंकियों को पनाह और समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक किसी भी प्रकार की वार्ता संभव नहीं है।