कल पूरे देश में बकरीद का त्यौहार मनाया गया था. इसी के चलते रामपुर स्थित समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कार्यालय में रविवार को ईद (Eid al-Adha) मिलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में सपा के कद्दवार नेता आजम खान (Azam Khan) शामिल हुए. इस दौरान उन्होनें अपना दुख व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि रामपुर ने बहुत अच्छे दिन देखे हैं और अच्छे दिनों की उम्मीद में कुछ लोग जिंदा हैं. वो इस लड़ाई को लड़ रहे हैं और आगे भी लड़ेंगे. जहां तक हमसे साथ दिया जाएगा, साथ देंगे. हमसे कितनी नफरत है आप जानते हैं. हम वजीर रहते अपनी बीवी और बेटे के साथ शराब की दुकान लूटने वाले हैं. बता दें कि, रामपुर के कद्दवार नेता आजम खान दो साल बाद अपने घर ईद उल-अजहा को मनाने आए थे.
बयां किया अपना दर्द
जानकारी के मुताबिक, रामपुर जिले में आयोजित इस ईद मिलन समारोह में आजम खान मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होनें अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि, “गल्ले से 16 हजार 900 रुपये लूटने वाले हैं तो जिन सरकारों का ये स्तर हो जाए तो आपको ये सोचना चाहिए कि हम सब रडार पर हैं. कोई साहब गलतफहमी में नहीं रहे. सबकी दीवार एक सी है यहां पर चौकन्ने रहिए और प्यार बांटते रहिए.”
आजम ने आगे कहा कि बिजली वाले बिना कानून का लिहाज करे लोगों के घर मे घुस जाते हैं. चुनाव में पुलिस खड़े होकर मोटरसाइकिल वालों से पैसा उगाती है और कहती है कि तुम इसी के काबिल हो. ये सुनकर तकलीफ होती है. सपा विधायक ने कहा कि जिनका अच्छा कारोबार है कब ED वाले उसके यहां पहुंच जाएंगे, नहीं मालूम. राजनीति में जो जीता वो ही सिकंदर है. उन्होंने कहा कि अटल विहारी बाजपेयी देश के प्रधानमंत्री थे और बहुत अच्छे आदमी थे.
हाल ही में मिली है जमानत
गौरतलब है कि रामपुर के कद्दावर नेता आजम खान ने दो साल बाद अपने घर पर ईद उल-अजहा का त्योहार मनाया. 2017 में यूपी में योगी सरकार के आने के बाद आजम खान के खिलाफ ऐसा कानूनी शिकंजा कसा कि एक के बाद एक कुल 89 मुकदमे दर्ज हो गए. 26 फरवरी 2020 को आजम रामपुर में गिरफ्तार हुए और 27 फरवरी 2020 से सीतापुर की जेल में बंद थे.
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