उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ (Azamgarh) जनपद में एसआईटी की जांच रिपोर्ट में 219 मदरसे (Madrasas) अस्तित्व विहीन की कैटिगरी में मिले हैं। इसमें 39 मदरसे ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जो आधुनिकीकरण योजना के तहत अपने यहां आधुनिक विषयों की शिक्षा देने के लिए 2 शिक्षकों की तैनाती कर मानदेय भुगतान के लिए शासन से धनराशि प्राप्त की थी।
इसके अलावा एसआईटी की जांच में 63 लाख रुपए गबन की पुष्टि हुई है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल ने बताया कि एसआईटी कि रिपोर्ट मिली है। मामले में एसआईटी ही संबंधित मदरसा संचालकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएगी।
जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी वर्षा अग्रवाल ने बताया कि एसआइटी की जांच में सरकारी धन का गबन करने वाले प्रबंधकों व शिक्षकों के विरुद्ध संबंधित थानों में मुकदमा दर्ज होना है।
बता दें कि एसआइटी ने अपनी रिपोर्ट में अभी 180 मदरसों के आधुनिकीकरण योजना के तहत मानदेय भुगतान के लिए सरकारी धन लेने की लिए जाने की बात है लेकिन कितनी धनराशि ली गई है, इसका जिक्र नहीं है।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )