बाराबंकी: वसूली कांड से DGP बेहद नाराज, जल्द हटेंगे बाराबंकी के SP

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के पुलिस कप्तान पर साइबर सेल प्रभारी की करतूत की वजह से गाज गिरना तय माना जा रहा है। साइबर सेल प्रभारी ट्रेडिंग कंपनी के मालिक से 65 लाख रुपए वसूल कर रहा था, जिसके बाद लखनऊ पुलिस ने साइबर सेल प्रभारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। यह पूरा कारनामा एसपी बाराबंकी सतीश कुमार की नाक के नीचे धड़ल्ले से यह वसूली कांड हो रहा था, लेकिन कप्तान साहब को भनक तक नहीं लगी। मगर जब मामला बाराबंकी से लखनऊ तक पहुंचा तो जांच में प्रभारी को जेल भेजा गया। वहीं, अब एसपी बाराबंकी पर गाज गिरना तय लग रहा है। बता दें कि इस पूरे प्रकरण से डीजीपी बेहद नाराज हैं। चुनाव आयोग को एसपी बाराबंकी को हटाने के लिए एक पत्र भी लिखा है।


डीजीपी को सबूत के तौर पर भेजी तस्वीर

एक जालसाजी के मामले में विवेचना के दौरान बाराबंकी की साइबर क्राइम सेल प्रभारी अनूप कुमार यादव ने 65 लाख रुपए की वसूली कर पुलिस विभाग के मुंह पर कालिख पोतने का काम कर डाला। वहीं, मामले को संज्ञान में लेते हुए खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उधर, पुलिस महानिदेशक के आदेश पर साइबर क्राइम सेल प्रभारी अनूप कुमार यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया। जिसके बाद रविवार की देर रात उसे हिरासत में लेकर निलंबित कर दिया गया।


Also Read: बाराबंकी पुलिस ने विवेचना में वसूले 65 लाख, कंपनी ने DGP को सबूत में भेजी रकम लेते पुलिसकर्मियों की फोटो


एसएसपी कलानिधि नैथानी ने बताया कि विश्वास ट्रेडिंग कंपनी के शंकर गायन ने दर्ज कराई एफआईआर में साइबर सेल प्रभारी अनूप कुमार यादव पर जांच के बहाने प्रताड़ित करने और 65 लाख की वसूली करने का आरोप लगाया था। एसएसपी कलानिधि के मुताबिक, शंकर गायन ने पुलिस महानिदेशक से शिकायत की थी। मुकदमे की विवेचना क्राइम ब्रांच को सौपी गई है। यह भी बताया गया कि कंपनी के निदेशकों ने वसूली का आरोप लगाने के साथ पुलिसकर्मियों द्वारा रकम लिए जाने के कुछ फोटोग्राफ भी पुलिस महानिदेशक को सौंपे थे।


डीजीपी ने एसटीएफ को सौंपी थी जांच

जानकारी के मुताबिक, शिकायत के बाद डीजीपी ओपी सिंह ने एसटीएफ को जांच सौंपी थी। इस मामले में अन्य पुलिस कर्मियों की भूमिका की भी जांच हो रही है। इस कंपनी के लखनऊ के विभूतिखंड स्थित कार्यालय को भी बाराबंकी पुलिस ने सील किया था।


Also Read: कानपुर पुलिस की बेरहमी, आरोपी के प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डालकर लगाया दिया करंट


पुलिस ने कार्रवाई के समय बताया था कि यह कंपनी मल्टीलेवल मार्केटिंग कर रही है, इसने अकेले ही बीस करोड़ रुपये बाराबंकी के लोगों को धोखा देकर निवेश करवाएं है। सूत्रों ने बताया कि जालसाजी के मुकदमे की विवेचना अब ईओडब्ल्यू लखनऊ की टीम को ट्रांसफर कर दी गई है।


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )