उत्तर प्रदेश के बरेली (Bareilly) जनपद के किला क्षेत्र का चर्चित लव जिहाद (Love Jihad) मामला एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। बिलाल के साथ कोर्ट मैरिज की एसडीएम कोर्ट में लगाने वाली छात्रा रविवार को अचानक पलट गई। छात्रा ने एसडीएम सदर से कहा कि बिलाल से कोर्ट मैरिज की अर्जी दी थी, लेकिन उसके तुरंत बाद अर्जी निरस्त करने के लिए भी एक पत्र बाबू को दिया था। इस अर्जी की जानकारी होने से एसडीएम ने इंकार किया। हालांकि मुद्दे की संवेदनशीलता को देखते हुए एसडीएम ने सोमवार को छात्रा को परिजनों के साथ बुलाया है, जहां उसके लिखित में बयान दर्ज होंगे।
यह मामला बीते वर्ष अक्टूबर माह का है। किला के पंजाबपुरी की रहने वाली छात्रा को मुस्लिम समुदाय का युवक बिलाल घोसी अपने साथ ले गया था। पुलिस से शिकायत के बाद भी 3 दिन तक जब छात्रा बरामद नहीं हुई तो हिंदू संगठन व बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किला थाने में जमकर हंगामा किया था। जिसके बाद मामला शासन तक पहुंचा।
24 अक्टूबर को बिलाल घोसी व छात्रा को राजस्थान के अजमेर से बरामद किया था। छात्रा के पिता ने बिलाल घोषी व अन्य पर बेटी के अपहरण मुकदमा लिखाया था। दोनों के अलग-अलग दिन कोर्ट में बयान कराए गए थे। छात्रा ने कोर्ट में बयान देते हुए था कि वह बिलाल के साथ अपनी मर्जी के साथ गई थी जिसके बाद दर्ज मुकदमे में पुलिस द्वारा विवेचना में अपहरण की धारा हटा दी गई थी।
बिलाल जब छात्रा को राजस्थान ले गया था तब उसने गलत नाम के आधार कार्ड का इस्तेमाल किया था। उस पर धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप सिद्ध हुआ था। जिसके बाद बिलाल के खिलाफ विवेचक ने कोर्ट में चार्जशीट भी दाखिल कर दी थी। बीते दिनों ही बिलाल जमानत पर छूटा है।
सूत्रों का कहना है कि अगर सोमवार को छात्रा लिखित में यह बयान देती है कि उसे बिलाल घोसी के साथ शादी नहीं करनी है, तो बिलाल की अर्जी अपने आप खारिज हो जाएगी। वहीं, इसकी सूचना पर हिंदू संगठन फिर से सक्रिय हो गए हैं। हिंद संगठन की नजर छात्रा के बयान पर है। उधर, मामले फिर तूल पकड़ने के बाद एलआइयू व इंटेलीजेंस की टीम एक बार फिर एक्टिव हो गई हैं। पूरे प्रकरण को शासन ने संज्ञान लिया था। ऐसे में खुफिया एजेंसियां कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहती हैं।
मामले में एसडीएम सदर विशु राजा का कहना है कि बिलाल घोसी और छात्रा दोनों साथ आए थे। दोनों ने शादी के लिए आवेदन किया। लेकिन अब छात्रा का कहना है कि उसे शादी नहीं करनी है। उसने अर्जी कैंसिल करने की अर्जी दे रखी है। हमें अर्जी कैंसिल करने जैसी कोई अप्लीकेशन नहीं मिली। यही वजह है कि सोमवार को छात्रा को परिजनों के साथ कोर्ट में बुलाया गया है। मामले में उसके लिखित बयान दर्ज कराए जाएंगे।
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