उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में इत्तेहादे मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा (Maulana Tauqeer Raja) ने माफिया अतीक अहमद व उसके भाई अशरफ की हत्या को लेकर बड़ा बयान दिया है। मौलाना ने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने अतीक अहमद और अशरफ के हत्यारों को गोद लेकर बचाया, उससे साफ जाहिर है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इशारे पर उनकी हत्या की गई।
सीएम योगी ने कहा था मिट्टी में मिला दूंगी, वही कर दिखाया
तौकीर रजा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि मिट्टी में मिला दूंगा तो वही कर दिखाया। मौलाना ने कहा कि वो जो तीन शूटर थे, वे केवल एक्टर थे, जबकि स्क्रिप्ट राइटर और डायरेक्टर पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। मौलाना तौकीर रजा ने आगे कहा कि सरकार अपने गुंडों से कत्ल कराती है और धारा 144 लगाकर डराती है।
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उन्होंने कहा कि हमें जबरदस्ती रोका गया, मैं धरना स्थल पर जा रहा था। उन्होंने कहा कि मैं अतीक का समर्थन नहीं कर रहा हूं लेकिन अतीक और अशरफ की बीवी को शरीयत के अनुसार इद्दत करने दी जाए, उन पर इस दौरान जुल्म ना किया। मौलाना ने कहा कि प्रदेश में विकास दुबे से अब तक जितनी हत्याएं हुई हैं उनकी जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराई जाए।
मौलाना ने किया था विरोध सभा का ऐलान
दरअसल, माफिया ब्रदर्स की हत्या के विरोध में मौलाना तौकीर रजा ने बुधवार को इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान पर विरोध सभा करने का एलान किया था। हालांकि, सभा के लिए प्रशासन ने परमिशन नहीं दी। इसके बावजूद मौलाना जिद पर अड़े थे। ऐसे में इस्लामिया इंटर कालेज के मैदान के गेट पर तालाबंदी कर दी गई।
वहीं, जब तौकीर रजा ने मैदान जाने का प्रयास किया तो उनके साथ ही डा. नफीस खान, नदीम खान, मुनीर इदरीसी और नदीम कुरैशी को शाम पांच बजे तक के लिए घर में ही नजरबंद किया गया। नजरबंद रहने के दौरान मौलाना तौकीर ने मीडिया को संबोधित करते हुए यह बयान दिया।
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