उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर हिंसा मामले में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। पुलिस की जांच में अब इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या में नया मोड़ आ गया है। इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या से पहले आरोपियों ने उनके सिर पत्थर नहीं बल्कि कुल्हाड़ी से हमला किया था। जिसके बाद उनके सिर से खून बहने लगा और वो लड़खड़ाते हुए सड़क से खेत की ओर भागते हुए चिल्ला रहे थे, मुझे चोट लगी है, अब मेरे पास मत आओ-मुझे मत मारो।
पेड़ काट रहे लोगों को रोका था इंस्पेक्टर ने
बताया जा रहा है कि जब इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के सिर पर कुल्हाड़ी लगी थी और वो खेत की तरफ भागे थे, लेकिन उस वक्त आरोपियों के सिर पर खून सवार था, इंस्पेक्टर की हत्या करने के बाद भी आरोपियों का दिल नहीं पसीजा और कार में लटके इंस्पेक्टर के शव को जलाने के लिए गाड़ी में पेट्रोल छिड़ककर आग लगा दी थी।
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पुलिस ने बताया है कि इंस्पेक्टर सुबोध ने जब पेड़ काट रहे लोगों को रोकने पहुंचे तो आरोपियों में से कलुआ ने इंस्पेक्टर के सिर पर कुल्हाड़ी से हमला किया था, इससे इंस्पेक्टर गंभीर रुप से जख्मी हो गए थे। इस दौरान उन्होंने खुद को बचाने के लिए खेत की तरफ भागे थे। लेकिन आरोपियों ने उन्हें घेर लिया था और जब पुलिसकर्मी उन्हें गाड़ी में डालकर खेत से ले जाने की कोशिश करने लगे तो आरोपियों ने फिर से पुलिस पर हमला कर दिया और पुलिसकर्मियों पर हमला कर उन्हें खदेड़ दिया था।
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जल गया था इंस्पेक्टर सुबोध के पैर का जूता
इसके बाद आरोपियो ने इंस्पेक्टर की गाड़ी में आग लगा दी थी। इससे इंस्पेक्टर के एक पैर का जूता जल गया था। आरोपी इंस्पेक्टर की हत्या के बाद उन्हें जलाना चाहते थे। लेकिन, करीब दस मिनट बाद मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर को बाहर निकाला और अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
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वहीं, एसएसपी प्रभाकर चौधरी का कहना है कि इंस्पेक्टर आरोपियों से भागते हुए कह रहे थे कि अब पास मत आओ, मुझे चोट लगी है। इसके बावजूद आरोपी नहीं माने और इंस्पेक्टर को घेर कर मौत के घाट उतार दिया।