आय से अधिक संपत्ति के मामले में फरार बिहार कैडर के IPS आदित्य कुमार की मुश्किलें अब बढ़ती जा रही हैं. दरअसल, अब फरार IPS आदित्य कुमार की तलाश में स्पेशल विजिलेंस यूनिट (एसयूवी) की टीम ने बुधवार को मेरठ, गाजियाबाद और पटना के तीन ठिकानों पर छापा मारा है. खबरों की माने तो इन जगहों पर कार्रवाई के बाद 20 लाख रुपये नकद, बैंक खातों में 90 लाख रुपये की जमा राशि और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं. जिसके बाद अब आईपीएस पर और भी कड़ा शिकंजा कसने वाला है.
इस मामले में हो रही कार्रवाई
जानकारी के मुताबिक, बिहार कैडर के निलंबित आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के खिलाफ एसवीयू ने 1.37 करोड़ से अधिक की काली कमाई के मामले में एफआईआर दर्ज की है. एसवीयू ने आदित्य कुमार के खिलाफ केस नंबर 16/2022 दर्ज किया है. धारा 13(1)(b), 13(2), 120(B) के तहत मामला दर्ज किया है. इतना ही नहीं आदित्य कुमार के खिलाफ गया में एसएसपी रहते हुए शराब तस्करों से मिलीभगत और वसूली का आरोप लगा था.
उन्होंने बचने के लिए दोस्त अभिषेक से बिहार के डीजीपी को फर्जी कॉल तक करवा दिया था. अभिषेक ने खुद को हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बताया था और डीजीपी से बात की थी. आईपीएस आदित्य कुमार के लिए पैरवी की थी. बाद में खुलासा होने पर केस दर्ज किया गया. गिरफ्तार के डर से आदित्य कुमार फरार हैं.
नौकर से भी की गई पूछताछ
आईपीएस की तलाशी के लिए अब मेरठ में टीम बुधवार सुबह 6:00 बजे सिविल लाइन स्थित सुभाषनगर गली नंबर-8 में उनके आवास पर पहुंची और करीब तीन घंटे तक परिवार के लोगों से पूछताछ की. सुभाषनगर में जांच के दौरान टीम ने घर में प्रवेश करते ही मुख्य गेट बंद कर लिया. इसके बाद घर की तलाशी ली गई. पिता सुंदर पाल सिंह से भी पूछताछ की गई.
टीम ने घर में काम करने वाले नौकर धर्मेंद्र निवासी सीतापुर से भी पूछताछ की है. धर्मेंद्र ने टीम को बताया कि वह करीब एक साल से नौकरी कर रहा है. उनके समय में आदित्य मेरठ नहीं आए. आदित्य के भाई जीएसटी विभाग मेरठ में कमिश्नर हैं. बताया जा रहा है कि पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह अपने ऑफिस के लिए निकल गए थे. पुलिस ने उनके भाई के बारे में भी जानकारी जुटाई है
तीन ठिकानों पर हुई छापेमारी में अब तक कैश 20 लाख रुपये, विभिन्न बैंक खातों में लगभगत 90 लाख रुपये तथा शेयर बांड एवं एफडी में लगभग पांच लाख रुपये के निवेश का पता चला है.