भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी (Varun Gandhi) ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का स्वागत करते हुए पीएम मोदी से एमएसपी पर कानून बनाने और लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के खिलाफ कार्रवाई की मांग व अन्य मुद्दों पर भी तत्काल फैसला करने की मांग की है। ताकि किसान आंदोलन समाप्त कर अपने घर लौट सकें।
पीएम मोदी को लिखे पत्र में वरुण ने लिखा है कि तीन कृषि कानूनों की वापसी और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की वैधानिक गारंटी की मांग को लेकर पिछले एक साल से किसानों का एक विशाल आंदोलन देशभर में चल रहा है। आपने बड़ा दिल दिखाते हुए इन कानूनों को निरस्त करने की जो घोषणा की है, उसके लिए मैं आपके फैसले का स्वागत करता हूं।
तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा का मैं स्वागत करता हूँ। मेरा विनम्र निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाने की मांग व अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए, जिससे किसान भाई आंदोलन समाप्त कर ससम्मान घर लौट जाएं।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नाम इस विषय में मेरा पत्र: pic.twitter.com/ndnL1xIx2c
— Varun Gandhi (@varungandhi80) November 20, 2021
किसान आंदोलन के दौरान 700 से ज्यादा किसानों की मौत का जिक्र करते हुए वरुण ने लिखा कि अगर यह फैसला पहले ले लिया जाता तो इतने बड़े पैमाने पर किसानों की जानें नहीं जाती। वरुण ने इन किसानों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग भी प्रधानमंत्री मोदी से की। इसके साथ ही वरुण ने आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज हुए मुकदमों को भी खत्म करने की मांग की है।
वरुण गांधी ने पीएम मोदी से एमएसपी पर कानून बनाने और अन्य मुद्दों पर भी तत्काल फैसला करने की मांग की है ताकि किसानों को आर्थिक सुरक्षा चक्र मिल सके और वो संतुष्ट होकर, आंदोलन समाप्त कर अपने घर लौट सके।
वहीं, लखीमपुर खीरी हिंसा का जिक्र करते हुए वरुण गांधी ने पीएम मोदी से इस मामले की निष्पक्ष जांच करने और केंद्रीय मंत्री पर भी सख्त कार्यवाही करने की मांग की है। दरअसल, पीलीभीत से भाजपा के लोकसभा सांसद वरुण गांधी हाल के दिनों में किसान आंदोलन, लखीमपुर खीरी हिंसा और किसानों से जुड़े मुद्दों पर लगातार पत्र लिख रहे हैं।
वरुण गांधी के इन पत्रों की वजह से पार्टी के लिए लगातार असहज स्थिति भी उत्पन्न हो रही है क्योंकि वरुण गांधी लगातार भाजपा और सरकार के स्टैंड से बिल्कुल अलग हटकर नया स्टैंड लेते ही नजर आते हैं।