मिशन 2022 की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की प्रदेश कार्यकारिणी का ऐलान किया है। कार्यकारिणी में कानपुर के जिन 2 भाजयुमो नेताओं अरविंद राज त्रिपाठी (Arvind Raj Tripathi) व डॉ. शिवबीर सिंह भदौरिया (Shivbir Singh Bhadoria) को जगह मिली है, उनका इतिहास दागी रहा है। अरविंद राज त्रिपाठी तो थाना काकादेव का हिस्ट्रीशीटर है, जबकि शिवबीर सिंह भदौरिया हाल में में हिस्ट्रीशीटर बदमाश को भगाने के मामले में चर्चाओं में आए थे। हालांकि उस मामले में उनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इस मामले में भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी का कहना है कि प्रकरण जानकारी में आया है, पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, अरविद राज थाना काकादेव का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है। इनके खिलाफ हत्या, हत्या के प्रयास, रंगदारी सहित तमाम गंभीर धाराओं में 16 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस ने इसीलिए न केवल हिस्ट्रीशीट खोली, बल्कि गुंडाएक्ट जैसी धाराओं में भी निरुद्ध किया जा चुका है। वर्ष 2005 में चकेरी थानाक्षेत्र में छात्र नेता सनी गिल की हत्या के मामले में अरविद को आरोपित बनाया गया था और सीतापुर सेशन कोर्ट ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। इस हत्याकांड में वह लंबे समय तक जेल में रहा। हालांकि बाद में हाईकोर्ट ने बाइज्जत बरी कर दिया था। अरविद पर एक कैंटीन संचालक की हत्या का भी आरोप लगा था।
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अरविंद राज छात्र राजनीति में काफी सक्रिय रहे हैं। वर्तमान में वह वकालत करते हैं। अरविंद राज का कहना है कि सभी मामले खत्म हो चुके हैं। साल 2010 के बाद से उनके खिलाफ एक भी मुकदमा नहीं हुआ है। सिर्फ एक मुकदमा विचाराधीन है। यह सभी मुकदमे छात्र राजनीति के समय के हैं। बसपा सरकार में उनके खिलाफ कार्रवाई हुई होगी। इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है और कभी पुलिस ने भी उनसे नहीं पूछा।
पुलिस कमिश्नर ने अरविंद के खिलाफ दर्ज मुकदमों की रिपोर्ट मांगी है। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि अरविंद राज के खिलाफ 16 मुकदमें काकादेव थाने में दर्ज है। पुलिस से मुकदमों की ताजा स्थिति पर रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगा कि मुकदमों का स्टेटस क्या है।
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वहीं, शिवबीर सिंह भदौरिया का नाम पिछले दिनों उस समय चर्चाओं में आया, जब हिस्ट्रीशीटर बदमाश को पुलिस अभिरक्षा में भगाने के मामले में वायरल वीडियो में वह भी नजर आया था। हालांकि, ब्रेकिंग ट्यूब न्यूज वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। दावा किया गया कि शिवबीर सिंह आरोपित के सहयोगी थे। हालांकि पुलिस को वीडियो में साक्ष्य नहीं मिले, जिसकी वजह से कार्रवाई नहीं हुई।
भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मानवेंद्र सिंह ने बताया कि दोनों कार्यकर्ताओं की निष्ठा को देखते हुए युवा मोर्चा में स्थान दिया गया है। हर वर्ग के युवाओं के जरिए पार्टी नीतियों को लोगों तक पहुंचाया जाएगा। शिवबीर सिंह भदौरिया लंबे समय से संगठन से जुड़े हैं। वहीं जिलाध्यक्ष डा. वीना आर्या पटेल और सुनील बजाज ने भी दोनों की तारीफ की है।
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