डिप्टी सीएम बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) गुरुवार को कानपुर (Kanpur) पहुंचे. वहां उन्होंने एक प्रेस वार्ता की. इसके बाद सीधे निरीक्षण करने उर्सला अस्पताल पहुंच गए. इस दौरान डिप्टी सीएम ने वहां भर्ती मरीजों से हालचाल जाना. उन्होंने मरीजों से बातचीत भी की और सरकारी सुविधाएं उन्हें मिल रही है कि नहीं इसकी जानकारी भी की.इस दौरान एक मासूम बच्चे को भर्ती देखकर स्वास्थ्य मंत्री का दिल पसीज गया. उन्होंने मानवता की मिसाल पेश करते हुए उस बच्चे के इलाज का खर्च खुद देने की बात भी कही.
मरीजों से लिया डॉक्टर का फीडबैक
बृजेश पाठक सबसे पहले मरीजों के वार्ड में पहुंचे. यहां पर कई मरीज भर्ती थे और कई लाइन में लगे थे. यहां उन्होंने लाइन में लगे मरीजों से कहा कि आप सबका बराबर से नंबर आ रहा है. डॉक्टर बीच में उठकर कहीं चले तो नहीं जाते हैं. या कोई मिलने वाला आ गया तो पहले उनको तो नहीं देखते हैं. मरीजों ने कह कि ऐसा नहीं है, यहां नंबर समय पर आ रहा सबका. कई बुजुर्ग लाइन में लगे थे तो डॉक्टर ने कहा कि 60 साल की आयु वालों को पहले देखने की व्यवस्था बनाई जाए.
इमरजेंसी वार्ड की गैलरी में गंदगी मिली
निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम इमरजेंसी वार्ड की गैलरी में गंदगी मिलने पर नाराज हुए. CMO से कहा कि ये कैसी व्यवस्था है. यहां पर गंभीर मरीज भर्ती होते हैं और ऐसी हालत है. तुरंत संबंधित कर्मी को बुलाकर इसे ठीक किया जाए. आगे से इसमें जरा सी भी लापरवाही न मिले. नहीं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी. अस्पताल की डिस्पेंसरी में जाकर वहां रखी दवाओं के बारे में भी जाना.
बच्चे का इलाज कराएंगे स्वास्थ्य मंत्री
इस दौरान जब उनकी नजर पांच साल के हसनैन पर पड़ी तो वो तुरंत उसके पास पहुंचे और उसका हालचाल लिया. बच्चे से उन्होंने पूछा बाल किसने कटवाए पापा ने या मम्मी ने. जवाब में बच्चे ने बोला पापा ने. मुख्यमंत्री ने मानवता दिखाते हुए उस बच्चे का पूरा खर्च खुद वहन करने की बात कही. जाते-जाते स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यहां पर कोई बड़ी लापरवाही देखने को नहीं मिली, जो कमिया हैं उन्हें दूर किया जाएगा.
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