यूपी विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election) के दौरान समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) सहित अन्य दलों द्वारा बसपा की बीजेपी से मिली भगत के आरोपों पर मायावती (Mayawati) ने मंगलवार को चुप्पी तोड़ी है। यही नहीं, बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट कर सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) के साथ ही अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया है।
बसपा चीफ मायावती ने मंगलवार को ट्वीट कर मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव पर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया कि बसपा के नेता नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव भारतीय जनता पार्टी से मिले हुए हैं।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि समाजवादी पार्टी संरक्षक ने पिछले शपथ ग्रहण समारोह में तो पीएम नरेन्द्र मोदी से अखिलेश यादव को आशीर्वाद दिलाया था। इस बार तो अपने काम के लिए एक सदस्य को भाजपा में पहले ही भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।
2. बीजेपी से, बी.एस.पी. नहीं बल्कि सपा संरक्षक श्री मुलायम सिंह खुलकर मिले है जिन्होंने बीजेपी के पिछले हुये शपथ में, श्री अखिलेश को बीजेपी से आर्शीवाद भी दिलाया है और अब अपने काम के लिए एक सदस्य को बीजेपी में भेज दिया है। यह जग-जाहिर है।
— Mayawati (@Mayawati) March 22, 2022
वहीं, एक अन्य ट्वीट में मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अम्बेडकरवादी लोग कभी भी सपा मुखिया तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को माफ नहीं करेंगे। अखिलेश यादव ने अपनी सरकार में अम्बेडकरवादी लोगों ने नाम से बनी योजनाओं व संस्थानों आदि के नाम अधिकांश बदल दिये है। जो अति निन्दनीय व शर्मनाक भी है।