उत्तर प्रदेश में 10 सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव होने हैं। लेकिन इससे पहले ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) में बगापत हो गई है। राज्यसभा चुनाव के लिए पार्टी के प्रत्याशी (BSP Candidate) रामजी गौतम (Ramji Gautam) के पांच प्रस्तावक अपना नाम वापस लेने के लिए विधानसभा पहुंच गए हैं। इससे पहले इन लोगों ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात भी की। ऐसे में बसपा नेता (BSP Leader) उमाशंकर सिंह (Umashankar Singh) ने इन विधायकों की बगावत पर कहा कि सपा ने बसपा को नहीं एक दलित को आगे बढ़ने से रोका है। दलित समाज सपा को मुहतोड़ जवाब देगा।
बसपा नेता उमाशंकर सिंह ने कहा कि सपा ने बसपा विधायकों की खरीद-फरोख्त कराई है। सपा की इस हरकत से बसपा पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। बसपा नेता ने मांग की है कि सरकार बसपा विधायकों के ठिकानों पर छापा मारकर जांच कराए। वहीं, बीजेपी के राज्यसभा चुनाव में 9वां प्रत्याशी नहीं उतारने पर उमाशंकर सिंह ने कहा कि बीजेपी ने संख्या बल न होने की मजबूरी में प्रत्याशी नहीं उतारा।
बसपा के राज्य सभा प्रत्याशी रामजी गौतम के प्रस्तावक के तौर पर अपना नाम वापस लेने वाले पांच बागी विधायकों के साथ एक और विधायक सुषमा पटेल ने सपा कार्यालय में अखिलेश यादव से मुलाकत की। कहा जा रहा है कि बसपा के ये विधायक सपा में शामिल हो सकते हैं।
इस बीच ये भी कहा जा रहा है कि बसपा प्रत्याशी रामजी गौतम अपना नाम वापस ले सकते हैं।बता दें कि बसपा विधायक असलम चौधरी की पत्नी ने कल ही समाजवादी पार्टी ज्वाइन कर ली थी। वहीं, अब बसपा के बागी पांचों विधायक समाजवादी पार्टी से टिकट चाहते हैं।
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