प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी बुंदेलखंड यात्रा के दौरान जालौन के कैथेरी गांव में बने मंच से 14,800 करोड़ से निर्मित 296 किमी लम्बे 4 लेन(6 लेन विस्तारीकरण) बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस वे राष्ट्र को समर्पित करते हुए भविष्य के विकास व राजनीति के नये आयामों का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने बुंदेली में जनसभा को संबोधित करना शुरू किया और हर बार की तरह इस बार भी प्रतीकों व महापुरूषों को नमन किया। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कई बडे़ संदेश दिए जिनसे यह साफ हो गया है कि भारतीय जनता पार्टी मिशन-2024 के कितनी सतर्क व सजग होकर अपनी तैयारी कर रही है। भाजपा आलाकमान स्वयं पूरी तरह सक्रिय है तथा अपने कार्यकर्ता को भी पूरी तरह से सक्रिय रख रहा है ताकि चुनावों के दौरान किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाये।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कई बड़ी बातें कहीं जिनके दूरगामी राजनैतिक, सामाजिक व आर्थिक निहितार्थ हैं। प्रधानमंत्री के संबोधन से कुछ राजनैतिक दलों व उनके नेताओं को भारी पीड़ा हुई जिसके बाद वे तुरंत ट्वीट करने लगे और टीवी पर आकर अपना संदेश देने को मजबूर हो गये। पीएम मोदी ने सर्वप्रथम कहा कि वह देश की राजनीति से मुफ्त की रेवड़ी संस्कृति को समाप्त करेंगे। उन्होंने युवाओं को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि ऐसी राजनीति कर वोट बटोरने वालों से सावधान रहें। इससे देशको नुकसान हो रहा है। रेवड़ी संस्कृति वाले कभी एक्सप्रेस-वे, डिफेंस कारिडोर, एयरपोर्ट नहीं बनवायेंगे। वह तो रेवड़ी में फंसाकर खुद के खजाने भरेंगे। मोदी जी के बयान से सबसे अधिक घबराहट सपा मुखिया अखिलेश यादव और आम आदमी पार्टी के नेताओं को हो गयी।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सबसे पहले ट्विटर पर सक्रिय हो गये और फ्री राजनीति का समर्थन करने लग गये। अरविंद केजरीवाल आजकल प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और हर राज्य के विधानसभा चुनाव में फ्री बिजली, पानी और स्वास्थ्य सुविधाओं का नारा देकर जनमानस को खरीदने का असफल प्रयास कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में बुंदेलखण्ड स्वाभिमान का उल्लेख करते हुए मेजर ध्यानचंद जैसी हस्तियों का नाम लिया। उन्होंने मुख्यमंत्री से पर्यटन सर्किट बनाने के साथ एक्सप्रेस-वे के किनारे के जिलों में किलों का उल्लेख करते हुए कहा कि अब दुनियाभर के लोग यहां के किले देखने के लिए आएंगे। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री से निवेदन किया कि शीत ऋतु की शुरूआत में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से युवाओं की किले पर चढ़ने की प्रतियोगिता करवाई जाये। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुंदेलखण्ड में पर्यटन को गति देने के लिए नये विचार दे रहे थे दूसरी तरफ लेकिन सोशल मीडिया पर उनके विरोधी विपरीत धारा में जाकर इनका विरोध कर रहे थे।
कैथेरी गांव में आयोजित जनसभा को प्रदेशके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित कई अन्य मंत्रियों ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस एक्सप्रेस-वे के कारण बुंदेलखण्ड के विकास का नया मार्ग खुला है। मुख्यमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के बाद बुंदेलखण्ड के लोगों ने जिन सुविधाओं का सपना देखा था आज आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में पूरा हो रहा है। एक्सप्रेस- वे के साथ ही बुंदेलखण्ड की सम्पन्नता का रास्ता खुल गया है। मुख्यमंत्री ने सूखे की समस्या का उल्लेख करते हुए कहा कि आज जब पूरा देशअमृत महोत्सव मना रहा है उस समय बुंदेलखण्ड सूखे की समस्या के हल की ओर तेजी से बढ़ रहा है। यह एक्सप्रेस वे बुंदेलखंड सहित पूरे उत्तर प्रदेशकी अर्थव्यवस्था को नया आयाम देगा।
एक्सप्रेस-वे की विषेषता- बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे चित्रकूट ,बांदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, ओरैया होते हुए इटावा में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे से जुड़ेगा। वह बुंदेलखंड की कनेक्टिविटी को बेहतर तो करेगा ही चित्रकूट से दिल्ली की यात्रा भी मात्र छह घंटे में पूरी हो जाएगी। साथ ही डिफेंस कारिडोर को मजबूती मिलेगी और यहां के युवाओं का पलायन रोकने में सहायता मिलेगी। इस एक्सप्रेस-वे के चालू हो जाने के बाद वहां के एक जिला-एक उत्पाद स्कीम की भी ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी। जालौन के हस्तनिर्मित कागज की ब्रांड वैल्यू और मांग बढ़ना भी तय मान जा रहा है। यहां की जरी की साड़ियों ,रेडीमेड गारमेंटस और होजरी उत्पादों को भी बड़ा बाजार मिलने से उसकी संभावनाएं बढ़ जाएंगी। हमीरपुर की जूती को भी देश-दुनिया जानेगी और उसे बाजार मिलेगा।
बुंदेलखण्ड के कम विकसित क्षेत्रों में कृषि, वाणिज्य,पर्यटन तथा उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा। उत्पादन इकाइयों, विकास केन्ंद्रों तथा कृषि उत्पादन क्षेत्रों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से जोड़ने हेतु ओद्यौगिक कॉरिडोर के रूप में सहायक होगा। 4 रेलवे पुल, 14 दीर्घ सेतु 286 लघु सेतु 224 अंडरपास, 19 फ्लाईओवर, 6 टोल प्लाजा व 7 हैंड प्लाजा का निर्माण पूर्ण हो चुका है। 13 स्थानां पर इण्टरचेंज की सुविधा मिलेगी। इसके दोनों किनारां पर 7,00,000 पौधरोपण किया जा चुका है।
पिछली सरकारों ने बुंदेलखंड को बंजर मानकर छोड़ दिया था। आज यह एक्यप्रेस -वे तय समय से पहले बना है यह प्रगति को नया पथ देगा और इसके निर्माण से युवाओं को रोजगार व विकास के नये अवसर मिलेंगे। बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस- वे इस क्षेत्र के विकास के लिए मील का पत्थर साबित होने जा रही है।प्रदेश में डबल इंजन की सरकार में जहां गति शक्ति की योजना से विकास हो रहा है वहीं प्रदेश के विरोधी दल सरकार पर बिना किसी प्रमाण के लगातार तंज कस रहे हैं जिसका परिणाम उन्हें विधानसभा चुनावों के बाद लोकसभा उपचुनावों में भी मिल चुका है लेकिन वह सुधर नहीं रहे।
जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता से 6 लाख गावों में 15 अगस्त तक महापुरूषों की याद करते हुए भारी भीड़ के साथ अमृत महोत्सव मनाने का आहवान किया है जिसके माध्यम से देशके अंदर राष्ट्रवाद की एक नयी बयार बहने के संकेत मिलने जा रहे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री ने हर घर तिरंगा अभियान में बढ़ चढकर हिस्सा लेने की बात कही है। प्रधानमंत्री के संबोधन से साफ संकेत मिल रहा है कि आगामी दिनों में रेवड़ी कल्चर के खिलाफ कुछ कठोर कदम उठाए जाएंगे और 15 अगस्त का दिन कुछ बहुत खास होने जा रहा है। अब राष्ट्रवाद और विकास एक- दूसरे के पूरक बनने जा रहे हैं।
( मृत्युंजय दीक्षित, लेखक राजनीतिक जानकार व स्तंभकार हैं.)
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