दक्षिण चीन सागर में क्षेत्रीय विवाद को बढ़ते देख चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उच्च अधिकारीयों के साथ हुई बैठक के बाद चीनी सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने निर्देश दिए हैं. चीन सागर में क्षेत्रीय विवादों को मद्देनजर रखते हुए चीन अपने सशस्त्र बलों को बढ़ावा दे रहा है, साथ व्यापार से लेकर ताइवान की स्थिति तक के मुद्दों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ तनाव बढ़ा रहा है.
ख़बरों के मुताबिक राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने उच्च अधिकारियों को चीन की चुनौतियों और खतरों को देखते हुए सुरक्षा और विकास की जरूरतों को पूरी करने के लिए हर संभव प्रयास करने को कहा है. गौरतलब है की शी जिनपिंग मिलिट्री कमीशन के अध्यक्ष भी हैं.
राष्ट्रपति: बदल रही है दुनिया
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राष्ट्रपति ने दुनिया में बढ़ते बदलाव का हवाला देते हुए कहा कि, चीन अभी भी विकास के रणनीतिक अवसर की महत्वपूर्ण अवधि में है. उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों को आपात स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया देने में सक्षम होने की जरुरत है. उनकी संयुक्त संचालन क्षमताओं को उन्नत करने और नए प्रकार की लड़ाकू बलों को तैयार करने की आवश्यकता है.
शी जिनपिंग का यह बयान बुधवार को उनके बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन ने अभी भी ताइवान के साथ पुनर्मिलन प्राप्त करने और द्वीप की स्वतंत्रता को रोकने के लिए बल का उपयोग करने का अधिकार सुरक्षित रखा है. बता दें कि शी का ताइवान भाषण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा कानून में एशिया के आश्वासन पहल अधिनियम पर हस्ताक्षर करने के कुछ ही दिनों बाद आया है जो कि द्वीप की सुरक्षा के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है.