ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के घरबरा इलाके में स्थित एक बिल्डिंग में तियांगशांग रेंजियन नाम का पब चलाकर वहां चीनी स्लीपर सेल (Chinese sleeper cells) तैयार किए जा रहे थे। बिहार के सीतामढ़ी में भारत-नेपाल बॉर्डर पर पकड़े गए 2 चीनी नागरिकों को पनाह देने वाले चीनी जासूस सु फाई से पूछताछ में इस पब के बारे में पता चला, जिसके बाद मंगलवार की रात पुलिस ने छापेमारी की। पुलिस के पहुंचने से पहले ही करीब 20 विदेशी युवक और 12 विदेशी युवतियां वहां से भाग निकलीं।
हिरासत में असम-मणिपुर की तीन युवतियां
वहीं, इस दौरान मौके से असम व मणिपुर की तीन युवतियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है जो गेस्ट हाउस में खाना बनाने का काम करती हैं। उनसे पूछताछ में पता चला है कि यहां कई चीनी नागरिक आकर रुकते थे, जो स्थानीय स्तर पर अपने लिए स्लीपर सेल तैयार करते थे।
बार्डर पर पकड़े गए दोनों चीनी नागरिक भी इसी पब में कई दिन रुके थे। इसका पर्दाफाश चीनी नागरिकों द्वारा इस्तेमाल किए गए भारतीय सिम की लोकेशन निकालने पर हुआ है। बिल्डिंग में छापेमारी के दौरान पुलिस को एक फ्लोर पर पब चलता हुआ मिला। एक फ्लोर पर रेस्तरां चल रहा था।
जानकारी के अनुसार, बिल्डिंग में करीब 50 कमरे बने हैं जिनमें विदेशी नागरिक रुकते थे। हैरानी की बात यह है कि इस बिल्डिंग को मोबाइल फोन बनाने वाली वीवो कंपनी का गेस्ट हाउस बताकर किराए पर लिया गया था, जिससे किसी को कोई शक न हो।
चीनी जासूस से मिली थी जानकारी
दरअसल, बॉर्डर पर पकड़े गए दो चीनी नागरिकों को ग्रेटर नोएडा में पनाह देने और जासूसी के शक में पकड़े गए चीनी नागरिक सु फाई ने मंगलवार रात पुलिस को चीनी नागरिकों के अड्डे के बारे में बताया जहां से फर्जी कागजात तैयार करने, वित्तीय जालसाजी में लिप्त होने व स्लीपर सेल तैयार करने का रैकेट संचालित किया जा रहा था।
सु फाई बताया है कि यह पूरी बिल्डिंग वीवो कंपनी के गेस्ट हाउस के नाम पर उसके ही दोस्त रवि कुमार नटवरलाल ने किराए पर ली हुई है। बिल्डिंग के केयरटेकर का काम अशोक नाम का व्यक्ति देख रहा था। ये सभी लोग पुलिस छापेमारी के दौरान मौके से भाग निकले।
सूत्रों का कहना है कि आबकारी विभाग की मिलीभगत से ही अवैध रूप से यहां पब संचालित किया जा रहा था। यहां आने वाले लोगों को महंगी-महंगी शराब व अन्य नशीले पदार्थ दिए जाते थे। इसके लिए विदेशी लड़कियां रखी गई थीं।
कई मशीनें व लैपटॉप का होता था इस्तेमाल
सूत्रों ने बताया कि मौके से पकड़ी गई युवतियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि पब में आने जाने वाले लोग अक्सर कई अलग-अलग तरीकों की मशीन का प्रयोग करते थे और हमेशा अपने साथ लैपटाप रखते थे। आशंका है कि वे देश का महत्वपूर्ण डाटा जुटाते थे। ग्रेटर नोएडा बीटा दो कोतवाली के एसएचओ अनिल राजपूत ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के घरबरा इलाके में एक बिल्डिंग में पब चलने का इनपुट मिला था। छापेमारी के दौरान कुछ युवतियां मिली हैं। बार्डर पर पकड़े गए चीनी नागरिक इस पब में भी रुके थे।
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