मुख्यमंत्री ने सोमवार को सभी मंत्रियों के साथ विभागीय कामकाज की समीक्षा बैठक में अधिकारियों के बार-बार दिल्ली जाने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि किसी भी अधिकारी को मीटिंग के नाम पर बार-बार दिल्ली जाना उचित नहीं है। अगर जाना आवश्यक हो, तो उसका उचित कारण बताकर सक्षम स्तर से अनुमति प्राप्त करें। साथ ही, कौन अधिकारी दिल्ली में किस मीटिंग में भाग ले रहा है, इसकी पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री को भी दी जाए।
अधिकारियों के दिल्ली दौरे पर सीएम सख्त
सीएम ने मंत्रियों को निर्देश दिए कि वे अपने प्रभार वाले जिलों में नियमित रूप से समीक्षा बैठकें करें। उन्होंने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 10 खरब रुपये तक पहुंचाने के लिए लगातार योजनाओं की समीक्षा करने और बैठकें करने के निर्देश भी दिए। वहीं, गन्ना, स्वास्थ्य एवं चिकित्सा, परिवहन समेत करीब आधा दर्जन विभागों की मासिक समीक्षा बैठक न होने पर असंतोष जाहिर किया।
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मुख्यमंत्री ने मंत्रियों से कहा कि वे अपने-अपने जिलों में जाकर जनता को महाकुंभ की तैयारियों और व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दें। सरकार द्वारा तैयार किया गया महाकुंभ से जुड़ा वीडियो भी जनता को दिखाया जाए, ताकि लोग सरकार की व्यवस्थाओं से अवगत हो सकें।
बैठक में मुख्यमंत्री को महाकुंभ से संबंधित एक विशेष वीडियो दिखाया गया, जिसे जनता के लिए तैयार किया गया है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी मंत्री जनता के बीच जाकर सरकार की आठ वर्षों की उपलब्धियों को साझा करें। इसके अलावा, 25 मार्च को प्रदेश सरकार के तीन वर्ष पूरे होने पर जनता के बीच सरकार की योजनाओं की जानकारी दें, उनकी समस्याएं सुनें और उनके समाधान की दिशा में तेजी से कार्य करें।
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