उत्तर प्रदेश के कई जिलों में कम बारिश होने की वजह से यहां सूखे (Drought) के हालात हैं, जिसकी वजह से किसान परेशान हैं। इन परेशानियों को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने बड़ा निर्णय लिया है। सीएम योगी ने प्रदेश में सूखे की स्थिति के सर्वेक्षण के लिए अधिकारियों को आदेश दिया है।
75 जिलों में 75 टीमें बनाने के निर्देश
सीएम योगी ने इसके लिए 75 जिलों में 75 टीमें बनाने का निर्देश दिया है, ये टीमे सभी जिलों के डीएम को एक सप्ताह में रिपोर्ट देंगीं। वहीं, इसमें लापरवाही बरतने और देरी होने पर डीएम जवाबदेह होंगे। यही नहीं, बाकी विभागों को भी किसानों की परेशानियों को देखते हुए राहत के लिए फैसला करने के निर्देश भी दिए हैं।
ट्यूबवेल के बिलों की वसूली पर रोक
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्यूबवेल के बिलों की वसूली पर फिलहाल रोक लगा दी है। उन्होंने कहा कि हम किसानों का नुकसान नहीं होने देंगे। उन्हें पूरी बिजली मिलेगी, ट्यूबवेल कनेक्शन भी नहीं कटेगा। सरकार की प्राथमिकता फिलहाल उन्हें राहत देने की है। लिहाजा ट्यूबवेल की बिलों का भुगतान ना करने वाले किसानों का बिजली बिल नहीं काटा जाएगा। किसानों की मदद के लिए ग्रामीण इलाकों में बिजली ज्यादा दी जाएगी।
किसानों को मिलेंगे दलहन, तिलहन व सब्जी के बीज
साथ ही दलहन तिलहन और सब्जी के बीज किसानों को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं। सीएम योगी ने पावर कॉर्पोरेशन को ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अभी के हालात को देखते हुए किसानों को अतिरिक्त सहायता दी जाना जरूरी है। लिहाजा बकाए के कारण किसानों के ट्यूबवेल बिजली कनेक्शन नहीं काटे जाएं। इस आदेश का कड़ाई से पालन कराया जाए।
सिंचाई विभाग सिंचाई के लिए नहरों में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा। उन्होंने निर्देश दिया है कि जिन जिलों में औसत से कम बारिश हुई है, जो जिले सूखा प्रभावित हैं और किसानों के फसलों का नुकसान हुआ है। जहां फसलों की बुआई पर असर पड़ा है। उन प्रभावित जिलों में फिलहाल लगान नहीं वसूले जाएंगे।
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