लखीमपुर: बदसलूकी का शिकार हुई महिला से प्रियंका गांधी ने की मुलाकात, बोलीं- जहां हुई धांधली वहां रद्द कराए जाएं चुनाव

उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में कांग्रेस को मुख्यधारा में लाने के प्रयास में लगीं प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शनिवार को समाजवादी पार्टी की उस महिला उम्मीदवार से भेंट करने पहुंचीं, जिनके साथ ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान अभद्रता की गई थी। इस दौरान उन्होंने यहां पर दोबारा चुनाव कराने की मांग उठायी है। तीन दिन के यूपी प्रवास के दूसरे दिन कांग्रेस की प्रभारी प्रियंका गांधी लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) पहुंची।


यहां के पसगांवा में ब्लाक प्रमुख के चुनाव के दौरान नामांकन में महिलाओं से बदसलूकी हुई थी। चुनाव में हिंसा, उत्पीड़न का शिकार हुई रीतू सिंह एवं अनीता यादव से मुलाकात कर उनका दर्द जाना। इस दौरान प्रियंका गांधी ने कहा कि उनको दिख रहा है कि अत्याचार हो रहा है, उनको दिख रहा है कि महिलओं से अभद्रता हुई है, उनको दिख रहा है कि चुनावों में धांधली हुई है। ऐसे स्थानों के चुनाव रद्द कर पुन: चुनाव कराए जाने चाहिए।


Also Read: CM योगी का सपा पर बड़ा हमला, बोले- अखिलेश यादव को पुलिस पर भरोसा नहीं, इनकी रैलियों में लगते पाक के समर्थन में नारे


प्रियंका गांधी ने कहा कि हम लोकतंत्र के लिए, न्याय के लिए, महिलाओं से अभद्रता के खिलाफ लड़ रहे हैं। भाजपा सरकार महिला अपराध का पर्याय बन चुकी है, प्रदेश की महिलाएं आने वाले समय में महिला विरोधी सरकार को करारा जवाब देंगी। इससे पहले प्रियंका गांधी वाड्रा के आगमन पर यहां के मैगलगंज बॉर्डर पर अपर पुलिस अधीक्षक भी फोर्स के साथ मुस्तैद रहे। जिससे कि उनके आगमन के दौरान किसी भी प्रकार की को अप्रिय घटना न हो।


यहां रास्ते में मैगलगंज से चार किलोमीटर पहले ही हाइवे पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष समेत पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन पर फूल बरसाए। बता दें कि अनीता सिंह, सपा प्रत्याशी रितु सिंह की प्रस्तावक थीं। 8 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन के दौरान अनिता सिंह से बदसलूकी हुई थी। उनकी साड़ी खींचने का वीडियो वायरल हुआ था।


Also Read: UP पंचायत चुनाव में हार के बाद मुलायम के पोते तेज प्रताप की धमकी, ‘सपा की सरकार बनी तो BJP वाले नहीं कर पाएंगे नामांकन’


इस मामले को लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर करारा हमला किया था। इसके बाद मामले में दोनों आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जबकि पसगंवा थाने के सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। इसमें क्षेत्र के सीओ, एसएचओ, एक इंस्पेक्टर और तीन पुलिस सब इंस्पेक्टर शामिल थे।


( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )