उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले ‘ब्राह्मण’ राजनीति का केंद्र बन गया है। एक ओर जहां बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी कार्यक्रम का आयोजन कर ब्राह्मणों को रिझाने में जुट गई है तो समाजवादी पार्टी भगवान परशुराम की मूर्ति लगवा रही है। वहीं, बीजेपी भी ब्राह्मणों को साधने के प्रयास में लगी है। इस बीच कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी (Congress leader Pramod Tiwari) ने इन तीनों पार्टियों पर हमला करते हुए ब्राह्मण का अपमान करने का आरोप लगाया है।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस ने ही उत्तर प्रदेश में 6 ब्राह्मण मुख्यमंत्री देकर ब्राह्मणों को सम्मान दिया है। मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस नेता ने कहा कि सपा की सरकार आई, बसपा की भी आई और भाजपा की भी सरकार आई। इन तीनों पार्टियों ने कभी ब्राह्मण को सम्मान नहीं दिया। ये लोग ब्राह्मण को योग्य नहीं समझते इसलिए कभी ब्राह्मण को प्रदेश में मुख्यमंत्री नहीं बनाया।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री से लेकर मुख्यमंत्री बनाने तक कई बार बड़े पदों पर ब्राह्मणों को बैठाकर ब्राह्मणों को सम्मान दिया है, हमने उत्तरप्रदेश में 6 ब्राह्मण मुख्यमंत्री दिए। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ब्राह्मण किसी कारणवश कांग्रेस से नाराज होकर हमसे दूर चला गया हो, लेकिन जब भी कोई वापस आता है तो अपने घर आता है विरोधियों के पास नहीं। कांग्रेस ब्राह्मणों का नेचुरल घर है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बार चुनाव में देखिएगा विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण कांगेस के साथ होगा। यूपी में विधानसभा चुनाव से पहले ब्राह्मण राजनीति के केंद्र में आ गया है। सभी राजनीतिक पार्टियां ब्राह्मण समुदाय को अपने साथ जोड़ने में जुट गई हैं, क्योंकि प्रदेश का करीब 13 प्रतिशत ब्राह्मण जिस भी पार्टी के साथ होगा, उसका प्रदेश की सत्ता में आने का रास्ता साफ हो जाएगा।
यही वजह है कि बसपा प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के जरिए ब्राह्मणों को साधने में जुट गई है। शुक्रवार को बसपा ने अयोध्या से इसकी शुरुआत कर दी है। मायावती ने कहा था कि पूरे यूपी में 23 जुलाई से ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। हालांकि, इस ब्राह्मण सम्मेलन का नाम बदलकर प्रबुद्ध वर्ग संवाद सुरक्षा सम्मान विचार गोष्ठी कर दिया गया है। इसी मिशन का आगाज करने के लिए शुक्रवार को सतीश चंद्र मिश्रा अयोध्या पहुंचे।
इस दौरान सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यहां आज जैसे शंखनाद कर शुरुआत हुई है, अगर ब्राह्मण साथ आया तो हमारी सरकार बनेगी और हमारी सरकार बनी तो राम का भव्य मंदिर हमारी सरकार में बनेगा। सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि पहले हमने ब्राह्मणों से पूछा कि हाशिये पर क्यों हैं, ब्राह्मण अगर 13 प्रतिशत एक साथ आएगा, तभी ब्राह्मण सत्ता की चाबी पाएगा।
( देश और दुनिया की खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें, आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं. )