भाजपा (BJP) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष (National President) के नाम और इसके चुनाव की राह में अड़चन बने राज्यों पर भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के बीच अगले सप्ताह तक सहमति बनने के आसार हैं। इस दिशा में संघ के वरिष्ठ नेताओं की राजधानी दिल्ली में लगातार बैठकें हो रही हैं।
दिल्ली में डटे संघ के वरिष्ठ नेता
संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत संगठन के शीर्ष अधिकारी बुधवार से दिल्ली में डेरा जमाए हुए हैं। रविवार को झंडेवालान स्थित संघ कार्यालय में संघ की ‘छोटी टोली’ यानी शीर्ष पदाधिकारियों की अहम बैठक हुई। इसमें संघ के शताब्दी वर्ष समारोह की तैयारियों के साथ-साथ पहलगाम आतंकी हमले के बाद की परिस्थितियों पर भी गंभीर चर्चा हुई।
Also Read – ‘देश शक्तिशाली है और अब वह शक्ति दिखाने का समय आ गया…’, पहलगाम हमले पर बोले मोहन भागवत
भाजपा अध्यक्ष चुनाव में राज्यों की देरी बनी चुनौती
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में संगठनात्मक प्रक्रिया की अनिवार्यता के चलते कुछ प्रमुख राज्यों, जैसे उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात और मध्य प्रदेश में संगठनात्मक चुनाव पूरे नहीं हो सके हैं। इन राज्यों में अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को लेकर भी सहमति नहीं बन पाई है। सूत्रों के मुताबिक, आने वाले तीन दिनों के भीतर इस विषय पर निर्णायक सहमति बनने की उम्मीद है।
पहलगाम आतंकी हमले पर संघ ने सरकार को दिया खुला समर्थन
संघ ने हालिया पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए फ्री हैंड दे दिया है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र और दिल्ली में अपने संबोधन में स्पष्ट संदेश दिया कि अराजक तत्वों को सबक सिखाना भी अहिंसा का एक रूप है और सरकार को अपने दायित्व निभाने चाहिए।
Also Read: ‘आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा…’, कश्मीर के लिए रवाना हुए गृह मंत्री अमित शाह
शताब्दी वर्ष समारोह की योजनाओं पर भी विमर्श
झंडेवालान बैठक में संघ के शताब्दी वर्ष (2025-26) के भव्य आयोजन की रूपरेखा पर भी विचार-विमर्श हुआ। इस बैठक में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल समेत अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे।