जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले ने देश को दहला दिया है। आतंकियों ने 26 मासूम लोगों को गोली मारकर उनकी जान ले ली। इस निर्मम हमले ने पूरे देश में शोक और आक्रोश की लहर फैला दी है। इस दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, “देश शक्तिशाली है और अब वह शक्ति दिखाने का समय आ गया है। इस तरह की कायराना हरकतें अब बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।”
“धर्म पूछकर हत्या करना अमानवीय, हिन्दू ऐसा कभी नहीं करेगा”
भागवत ने हमले की निंदा करते हुए कहा, “लोगों से उनका धर्म पूछकर उन्हें मारा गया। यह कृत्य घोर अमानवीय है। हिन्दू धर्म ऐसी किसी भी हिंसा की अनुमति नहीं देता। यह संघर्ष धर्म और अधर्म के बीच है। राम ने रावण को भी सुधरने का अवसर दिया था, लेकिन जब कोई नहीं मानता तो ताकत का प्रयोग जरूरी हो जाता है।”
“जवाबी कार्रवाई की जरूरत, ताकत का जवाब ताकत से”
संघ प्रमुख ने साफ कहा, “हम एकजुट रहेंगे तो कोई हमारी तरफ आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं करेगा। लेकिन जो ऐसा करने की कोशिश करेगा, उसकी आंखें फोड़ दी जाएंगी। हमें अब कड़ी और निर्णायक जवाबी कार्रवाई की उम्मीद है।”
शक्ति हमारे स्वभाव का हिस्सा नहीं, लेकिन सहनशीलता की भी सीमा है”
भागवत ने कहा, “हमारे स्वभाव में नफरत और हिंसा नहीं है, लेकिन चुप रहकर नुकसान सहना भी अब हमारी प्रवृत्ति नहीं है। सच्चा अहिंसावादी वही होता है जो शक्तिशाली हो। शक्ति के बिना कोई विकल्प नहीं होता, लेकिन जब शक्ति हो तो जरूरत पड़ने पर उसका उपयोग ज़रूरी हो जाता है।”