सोशल मीडिया के इस दौर में हर छोटी छोटी वीडियो वायरल हो जाती है। इसी बीच लखनऊ के एक सिपाही की वीडियो जमकर शेयर हो रही है। वीडियो में सिपाही क्रिसमस के कार्यक्रम में बार बालाओं के साथ नाचते दिखायी दे रहा है। वीडियो सामने आने के बाद एसपी ग्रामीण ने सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। दरअसल, सिपाही कार्यक्रम में हुए बवाल को सुलझाने गया था, लेकिन खुद ही वहां बैठ गया। जिसके चलते ये कार्रवाई हुई।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, क्रिसमस पर शनिवार को धिनोहरी गांव में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। आयोजन प्रधान गुड्डू वर्मा ने किया था जिसकी अनुमति पुलिस व प्रशासन से नहीं ली गई थी। क्रिसमस की रात 11 बजे से ही नाइट कर्फ्यू लागू हुआ था। इसमें बार बालाओं को डांस के लिए बुलाया गया था। देर रात बार बालाओं ने डांस शुरू किया। इसी दौरान वहां मौजूद लोगों के बीच शराब भी परोसी गई। शराब के नशे में हुल्लड़बाजी शुरू हो गई। कुछ लोगों ने इसका विरोध किया तो मारपीट शुरू हो गई। इसी बीच किसी ने सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दे दी।
लखनऊ – पीआरवी पुलिस कर्मियों ने बार-बालाओं के साथ किया अश्लील डांस।
बीकेटी थाना क्षेत्र धीनोहरी गांव में नाइट कर्फ्यू के बावजूद रातभर चला बार बालाओं का डांस, बक्शी का तालाब थाना क्षेत्र की घटना।@Igrangelucknow @Uppolice @112UttarPradesh pic.twitter.com/mVqBlhyN6z
— Hindusthan Samachar UP (@HindusthanUP) December 27, 2021
सूचना पर बीकेटी में चंद्रिका देवी पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही ओम कुमार वहां पहुंचा। उसने लोगों को खदेड़ना शुरू कर दिया। वहीं इस दौरान वहां बार बालाओं का डांस लगातार जारी रहा। इसके बाद सिपाही ओमकुमार भी वहीं रुक गया। वह स्टेज केपास बैठकर डांस देखता रहा। अश्लील गीतों पर डांस कर रही बार बालाओं के साथ इसी दौरान ओम कुमार भी ठुमके लगाने लगा। इस दौरान वहां मौजूद प्रधान के समर्थकों ने सिपाही और बार बालाओं की डांस के दौरान नोटों की बारिश शुरू कर दी तो कुछ लोगों ने इसका वीडियो बना लिया।
सिपाही को किया गया सस्पेंड
डांस वीडियो वायरल की जानकारी होने पर एसपी ग्रामीण हृदेश कुमार ने सीओ बीकेटी नवीना शुक्ला व प्रभारी निरीक्षक अरविंद राणा से पूरी जानकारी ली। सीओ बीकेटी नवीना शुक्ला को मामले की जांच सौंपी। वहीं देर शाम सिपाही ओमकुमार को ड्यूटी के दौरान वर्दी में डांस करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया। एसपी ग्रामीण ने बताया कि पुलिसकर्मियों का वर्दी में ऐसा कृत्य अनुशासनहीनता में आता है।