हमेशा महिला सुरक्षा का दावा करने वाले पुलिस विभाग के चंद पुलिसकर्मी विभाग की इमेज को तार तार करने पर लगे हैं। मामला ललितपुर जिले का है, जहां एक सिपाही पर ही युवती से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। जिसके बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस को शिकायती पत्र देकर मामले में कार्रवाई की मांग की है लेकिन कुछ जिम्मेदार लोग इस सिपाही की करतूत छुपा कर उसे बचाने में लगे हुए हैं। जिस पर पीड़िता के पिता का कहना है कि अगर पुलिस ने मामले की सुनवाई नहीं हुई तो वो सीएम के पास जायेंगे।
ये है मामला
पत्रिका वेब पोर्टल में लगी न्यूज के मुताबिक, ललितपुर जिले का थाना जखौरा में तैनात सिपाही दीपक गुप्ता अपने ही किसी मिलने वाले पवन सोनी के साथ विगत देर शाम बेहद शराब के नशे में धुत होकर थाने के ही पास रहने वाले एक ग्रामीण के झोपड़ी नुमा घर के बाहर पहुंचा। इस दौरान अश्लील हरकतें करते हुए अपने साथी को घर के बाहर पहरे पर खड़ा करके उस समय घर में घुस गया जब वहां किशोरी अकेली थी। जिसके बाद उसने घर में घुसकर किशोरी के साथ अश्लील हरकतें कर छेड़छाड़ करने लगा।
सिपाही की इन हरकतों को देखकर जब वह किशोरी चिल्लाई तो पास में ही काम कर रहे उसके मां-बाप दौड़ कर अपने घर आए और सिपाही को घर से बाहर निकल जाने के लिए कहा। जिस पर सिपाही उग्र हो गया और उसके मां-बाप को भी गाली गलौज करते हुए घर से बाहर निकल कर देख लेने की धमकी देते हुए रफूचक्कर हो गया।
सिपाही को बचा रहे एसएचओ
जिसके बाद पीड़िता के पिता ने शिकायती पत्र देने के बाद थानाध्यक्ष जखौरा अपने ही सिपाही को बचाने में जुट गए। उनका कहना था कि पीड़िता की आवाज उनके कानों तक नहीं पहुंची। जिसके चलते लंबे अंतराल के बाद भी मामला दर्ज करने की जहमत उठाई। जिससे थाना अध्यक्ष की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई। वहीं पीड़िता के पिता का कहना है कि अगर थाना प्रभारी ने उनकी सुनवाई नहीं की तो वो मुख्यमंत्री के पास जाकर शिकायत करेंगे और न्याय की गुहार लगाएंगे।
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