हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए जिनकी वजह से यूपी समेत कई राज्यों में जमकर बवाल हुआ। ऐसे में पुलिस विभाग के ऊपर सोशल मीडिया से लेकर फील्ड तक पर व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी है। ऐसे में अगर कोई पुलिसकर्मी ही विवादित टिप्पणी करें तो सोचिए क्या होगा। मामला वाराणसी का है, जहां पीएसी के सेनानायक ने एक सिपाही को सस्पेंड कर दिया। सिपाही पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पॉलिसी व उत्तर प्रदेश राज्य कर्मचारी आचरण नियमावली का उल्लंघन करते हुए अपने ट्विटर हैंडल पर लगातार राजनीतिक टिप्पणी किया।
अधिवक्ता ने लिया था संज्ञान
जानकारी के मुताबिक, आरोप है कि शादाब ने अपने ट्विटर पर राजनीतिक टिप्पणी के साथ ही धार्मिक भावनाओं को आहत करने संबंधी पोस्ट किया है। सिपाही शादाब अली के ट्विटर हैंडल से किए गए आपत्तिजनक टिप्पणी को अधिवक्ता कल्पना श्रीवास्तव ने संज्ञान लिया और वाराणसी समेत शासन स्तर तक के अधिकारियों को ट्विट करते हुए कार्रवाई की मांग की। इसके बाद सेननायक ने तुरंत सिपाही को निलंबित करते हुए जांच बैठा दी।
सेनानायक ने दी जानकारी
34वीं वाहिनी भुल्लनपुर पीएसी के सेनानायक डॉ. राजीव नारायण मिश्र के अनुसार सोशल मीडिया पर 2019 बैच के सिपाही शादाब के ट्विटर हैंडल से राजनीतिक और विद्वेषपूर्ण धार्मिक भावनाओं संबंधित के कई पोस्ट किए गए। जिसके बाद सिपाही शादाब अली को वाहिनी के सेनानायक ने निलंबित कर दिया। सिपाही शादाब कन्नौज का मूल निवासी है और उसकी ड्यूटी मऊ में लगाई गई थी, जिसे अब भुल्लनपुर वाहिनी से संबद्ध कर दिया गया है
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