यूपी के कानपुर जिले की क्राइम ब्रांच में तैनात एक सिपाही की मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं। दरअसल, कानपुर क्राइम ब्रांच में तैनात सिपाही अजय गुप्ता ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री और एक महिला आईएएस पर अभद्र टिप्पणी की थी। इतना ही नहीं, उसने कई विवादित ट्वीट और रिप्लाई किए। सिपाही यहीं नहीं थमा, उसने विभाग के खिलाफ भी मोर्चा खोल दिया। सोशल मीडिया पर इससे संबंधित स्क्रीन शॉट वायरल होने के बाद अफसरों ने संज्ञान लेकर जांच के आदेश दिए हैं। अब खबर है कि यदि सिपाही का आरोप सिद्ध हो गया तो उसके खिलाफ बर्खास्तगी तक की कार्रवाई हो सकती है।
ये है मामला
जानकारी के मुताबिक, कानपुर कमिश्नरी की क्राइम ब्रांच में अजय गुप्ता लंबे समय से तैनात है। 14 अगस्त को पुलिस पदकों का ऐलान किया गया था। अजय गुप्ता ने कमिश्नरी की मेडल सूची को लेकर कमिश्नरी के अफसरों से लेकर डीजीपी तक पर सवाल उठाए। उस पर कमिश्नरी पुलिस की तरफ से उसका जवाब भी दिया गया। इस बीच उसके कुछ पुराने ट्वीट भी सामने आए।
एक रिप्लाई में उसने पीएम और एक महिला आईएएस पर अभद्र टिप्पणी की। इसी तरह के कई और भी ट्वीट उसके एकाउंट से किए गए थे। ट्वीट वायरल होने की जानकारी हुई, तो अजय ने एकाउंट ही डिलीट कर दिया। हालांकि विवादित ट्वीट के स्क्रीनशॉट व यूआरएल अफसरों ने सुरक्षित कर लिया था।
निलंबन के बाद अब हो सकता है बर्खास्त
डीसीपी क्राइम ने बुधवार को सिपाही अजय को पहले लाइन हाजिर किया। गुरुवार को एडिशनल सीपी मुख्यालय आनंद कुलकर्णी ने उसे निलंबित कर दिया। उसके खिलाफ सेक्शन-7 के तहत विभागीय जांच शुरू हुई है। इसमें अधिकतम दंडात्मक कार्रवाई बर्खास्तगी तक है। ऐसे में अगर जांच में पूरी तरह से दोष सिद्ध हो गया, तो सिपाही बर्खास्त भी हो सकता है।
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