यूपी में विधानसभा चुनाव काफी नजदीक है। जिसको देखते हुए पार्टी के कार्यकर्ता अपने अपने तरीके से प्रचार पसार में डटे हुए हैं। इसी क्रम में कन्नौज में बुआ बबुआ नाम से एक फेसबुक पेज बनाया गया था। जिस पर अखिलेश यादव के खिलाफ दुष्प्रचार करने का आरोप लगा था। मामला में फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग और एडमिन व 49 अन्य व्यक्ति को आरोपित कर दिया। इस मामले में अब कोर्ट ने यूपी पुलिस को कड़ी फटकार लगाई है। वहीं एसपी ने अब मामले में दोबारा जांच के आदेश दिए हैं।
कोर्ट ने लगाई फटकार
जानकारी के मुताबिक, जिला कचहरी में 18 नवंबर को सीजेएम धर्मवीर ने अमित कुमार यादव बनाम एडमिन बुआ बबुआ आदि के वाद संख्या एम/336/12/2021 में जो आदेश दिया है, उसमें कहा है कि संबंधित थाना प्रभारी प्रार्थना पत्र में लिखे किसी भी नाम को न लिखकर अज्ञात में प्रथम सूचना रिपोर्ट लिखें। इसके बावजूद ठठिया थाना प्रभारी प्रयाग नारायन वाजपेयी ने सीजेएम के इस आदेश को दरकिनार करते हुए 29 नवंबर को जो रिपोर्ट दर्ज की, उसमें फेसबुक के मालिक मार्क जुकरवर्ग और एडमिन व 49 अन्य व्यक्ति बुआ-बबुआ को आरोपित कर दिया। इस पर अदालत ने नाराजगी जताई। खबर के संबंध में थाना ठठिया में तैनात इंस्पेक्टर पीएन वाजपेयी का पक्ष जानने के लिए सीयूजी नंबर पर दो बार कॉल की गई, पर उन्होंने रिसीव नहीं किया।
यह है फेसबुक का मामला
न्यायालय में 156/3 के तहत थाना ठठिया क्षेत्र के गांव सरहटी निवासी अमित यादव ने बुआ-बबुआ के नाम से फेसबुक पेज बनाने पर ऐतराज किया था। इसको लेकर एडमिन और फेसबुक मालिक को आरोपित किया। कहा, समाजवादी पार्टी के सिद्धांतों पर वादी विश्वास करता है, लेकिन इस फेसबुक पेज पर सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर गलत व अभद्र टिप्पणी की गईं हैं। इससे पार्टी और वह आहत हैं। कई लोगों में आक्रोश फैला है। मामले में कन्नौज के एसपी प्रशांत वर्मा ने कहा, ‘इस प्रकरण की पूरी जानकारी की जा रही है। विधिक राय लेने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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