राजधानी लखनऊ में जहां बलरामपुर में तैनात एसपी राजेश कुमार की गाड़ी की टक्कर से बाइक सवार घायल हो गया जिसके बाद आक्रोशित लोगों ने एसपी के साथ मारपीट की गई। वहीं, दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश पुलिस पर लूट का आरोप लगाया गया है। पीड़ित ने कहा है कि चार सिपाहियों ने लूट की इस वारदात को अंजाम दिया है।
चार सिपाहियों ने लूटा 40 हजार
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, पंजाब प्रांत के पटियाला जिले की राजपुरा तहसील क्षेत्र के लोचमा गांव निवासी अशोक कुमार ट्रक ड्राइवर है। अशोक पंजाब से ट्रक पर सेब लादकर बिहार के जहानाबाद गया था। वहां सेब उतारने के बाद चावल लादकर अशोक हरियाणा जा रहा था। लेकिन शुक्रवार की रात करीब दो बजे ट्रक लेकर वह जौनपुर शहर के पॉलीटेक्निक चौराहे के पास पहुंचा तो वहां मौजूद चार सिपाहियों ने ट्रक को रोक लिया।
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पीड़ित ट्रक ड्राइवर के मुताबिक, इसके बाद उसे नीचे उतार कर उसकी तलाशी ली और दो सिपाही ट्रक के केबिन में घुस गए और केबिन में रखे 40 हजार रुपया सिपाहियों ने निकाल लिए। जब अशोक ने इसका विरोध किया और कहा कि उसे हरियाणा तक जाने के लिए पैसे नहीं है। इस पर सिपाहियों ने उसकी चौराहे पर ही पिटाई की और फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी।
घटना को संदिग्ध बता कर टालने का आरोप
ट्रक ड्राइवर अशोक का दावा है कि वह चारों सिपाहियों को पहचान सकता है लेकिन पुलिस अधिकारी घटना को संदिग्ध मानकर टालने की कोशिश कर रही हैं। पीड़ित ट्रक ड्राइवर के मुताबिक, घटना जौनपुर के पॉलीटेक्निक चौराहे के पास की है। सूत्र बताते हैं कि अशोक ने ट्रक को शहर के बाहर एक ढाबे पर खड़ा करके घटना की तहरीर लेकर लाइन बाजार थाने पहुंचा।
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लेकिन वहां से उसे नगर कोतवाली भेज दिया गया। अशोक के मुताबिक, नगर कोतवाली में पहुंचकर उसने इंस्पेक्टर को तहरीर दी लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। वहीं, इंस्पेक्टर कोतवाली ने बताया कि मामला संदिग्ध लग रहा है क्योंकि रात में पॉलीटेक्निक पर पिकेट ड्यूटी नहीं लगती है।
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