मथुरा मंदिर (Mathura Temple) में नमाज (Namaz) पढ़ने वाले फैसल खान (Faisal Khan) को यूपी पुलिस ने दिल्ली के जामिया नगर से गिरफ्तार कर लिया है. इस मामले में चार लोगों पर केस दर्ज किया गया है. आरोप है कि 29 अक्टूबर को मथुरा के नंद बाबा मंदिर में चार लोग आए. इनमें से दो लोगों ने मंदिर के सेवायतों को गुमराह कर मंदिर परिसर में ही नमाज पढ़ी. इस मामले में धारा 153A, 295, 505 के तहत बरसाना थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
खुद को सर्वधर्म समभाव वाला बताया
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नंदगांव के विश्व प्रसिद्ध से नंद बाबा मंदिर में 29 अक्टूबर की दोपहर हरी टोपी लगा कर दो युवक अपने तीन सहयोगियों के साथ पहुंचे. मंदिर में पहुंचने के बाद एक युवक ने अपना नाम फैजल खान बताया और अपने साथ आए साथियों का परिचय मोहम्मद चांद, नीलेश गुप्ता और आलोक रतन के रूप में कराया. फैजल ने मंदिर के सेवायत पुजारी कान्हा गोस्वामी से दर्शन करने की बात कही और स्वयं को हिंदू मुस्लिम संस्कृति में विश्वास रखने वाला बताया और अपने मोबाइल से तमाम हिंदू संत-महंतों के साथ अपनी फोटो दिखाए.
धोखा देकर पढ़ी नमाज
सेवायत ने उनकी बात का मान रखते हुए दर्शन करने की अनुमति दी और वह दर्शन करके मंदिर के गेट नंबर 2 की ओर चले गए. कोविड-19 के चलते मंदिर में आजकल श्रद्धालुओं की भीड़ नहीं है. इसका फायदा उठाकर फैजल खान ने मंदिर परिसर में चांद मोहम्मद के साथ नमाज पढ़ी और उसके साथी नीलेश गुप्ता और आलोक ने उनके फोटो खींचे.
रोकने के बाद भी पढ़ी नमाज
वहीं इस मामले पर सेवायत कान्हा ने बताया कि जानकारी होने पर यह भी बात सामने आई है कि वहां खड़े लोगों ने नमाज पढ़ने के लिए मना किया था. बताया जा रहा है कि फैजल खान के अलावा चांद व गांधीवादी कार्यकर्ता नीलेश गुप्ता व आलोक रत्न भी मौजूद थे. लेकिन अब तस्वीरों के वायरल होने से हिंदूवादी लोगों में आक्रोश है. वहीं कौमी एकता मंच के मधुबन दत्त चतुर्वेदी ने इसे भाईचारे की मिसाल बताया है.
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