उत्तर प्रदेश में सीएम योगी के नेतृत्व में मिशन शक्ति चलाया जा रहा है. जिसके अंतर्गत लगातार महिला सम्मान और सुरक्षा पर जोर दिया जा रहा है. इसी क्रम में झांसी में डीआईजी ने एक ऑटो चालक महिला को सम्मानित किया है. दरअसल, ऑटो चालक महिला अपने परिवार के पालन पोषण के लिए ऑटो चलाती हैं. वो बुंदेलखंड की पहली महिला टैक्सी ड्राइवर हैं. उनकी इस हिम्मत को देखते हुए झांसी के डीआईजी जोगेंद्र सिंह ने उसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया.
झांसी की निवासी हैं अनीता
जानकारी के मुताबिक, मिशन शक्ति फेस-3 के तहत सोमवार को झांसी पुलिस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में झांसी की पहली महिला ऑटो चालक अनीता चौधरी को सम्मानित किया गया. इस दौरान महिला चालक के ऑटो में बैठकर डीआईजी जोगेंद्र कुमार इलाइट चौराहे से महिला थाने तक गए. कार्यक्रम में डीआईजी ने कहा कि इस प्रकार के दायित्वों में आत्मनिर्भर होने वाली महिलाओं को पुलिस पूर्ण सुरक्षा देने के लिए कटिबद्ध है. इतना ही नहीं, अन्य विभागों से भी मदद दिलाई जाएगी. महिला सशक्तिकरण के दौर में महिलाएं ऐसे रोजगार अपना रहीं हैं, जो कभी पुरुष प्रधान माने जाते थे.
#मिशनशक्ति फेस-3 को सफल बनाने की श्रंखला में #DIGJhansi जोगेन्द्र कुमार द्वारा #झाँसी की प्रथम महिला ऑटो चालक श्रीमती अनीता चौधरी को बुके देकर सम्मानित किया व उत्साहवर्धन करते हुये सुरक्षा का भरोसा दिलाया ।@Uppolice @jhansipolice pic.twitter.com/brq8ZCyzno
— IG RANGE JHANSI (@Igrangejhansi) December 13, 2021
झांसी की सड़कों पर टैक्सी चलाने वाली अनीता चौधरी झांसी के तालपुरा में रहती हैं. अनीता चौधरी ने बताया कि उनकी उम्र लगभग 36 वर्ष है. अनीता चौधरी की साहस की जितनी तारीफ की जाये वह कम होगी.अनीता चौधरी ने बताया कि उसकी शादी 1999 में हुई थी. उसके पति कोई काम नहीं करते हैं, इसलिए परेशान होकर वह आगे आई और खुद काम करके अपना परिवार चलाती है.
अनीता का कहना है कि शादी के बाद वह काम करने घर से बाहर निकली और समाज की परवाह न करते हुए ईमानदारी व लग्न से एक डिस्पोजल फैक्ट्री में काम करने लगी.करीब 10 साल काम किया. सुपरवाइजर से कहासुनी होने पर उसने प्रण लिया कि वह स्वयं का काम करें, किसी की नौकरी नहीं. अनीता चौधरी ने झांसी शहर की सड़कों पर टैक्सी चलाने की ठानी और किसी की परवाह न करते हुए एक सीएनजी टैक्सी फाइनेंस करा कर स्वयं झांसी के महानगर की सड़क पर चलाने का काम प्रारंभ कर दिया.
झांसी के डीआईजी ने किया सम्मानित
पहले जब वह टैक्सी लेकर सड़क पर निकली तो समाज ने इसका विरोध किया, लेकिन उसने हिम्मत नहीं हारी और आज वह टैक्सी चलाकर काफी खुश है. अनीता का कहना है कि वह अब इस काम से बहुत खुश है. सुबह से लेकर शाम तक टैक्सी चलाकर 700 से लेकर 800 कमा कर अपने पति व तीन बच्चों का भरण पोषण करती है. अनीता चौधरी की इस हिम्मत को देखते हुए झांसी के डीआईजी जोगेंद्र सिंह ने उसे पुरस्कार देकर सम्मानित किया. इसकी फोटोज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहीं हैं.
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