क्या आपको भी भीड़ में जाने से घबराहट होती है? जानिए, कहीं आप इस समस्या से पीड़ित तो नहीं!

Lifestyle Desk: अस्थमा के मरीजों को खासकर भीड़-भाड़ वाली जगहों, जैसे शादी, मेला या किसी सार्वजनिक जगह पर सांस लेने में दिक्कत हो सकती है। ये समस्या तब और बढ़ जाती है जब उन्हें लंबा चलना पड़ता है या वो किसी बंद जगह में होते हैं। कभी-कभी ये परेशानी मानसिक कारणों से भी हो सकती है, जैसे एंग्ज़ाइटी या पैनिक डिसऑर्डर।

क्यों होती है ये परेशानी?

  • अस्थमा के कारण श्वसन मार्ग में सूजन और संकुचन हो जाता है, जिससे सांस लेने में परेशानी होती है। इसके साथ ही मानसिक तनाव जैसे घबराहट या एंग्ज़ाइटी की वजह से भी बेचैनी बढ़ सकती है। ऐसे में भीड़-भाड़ वाली जगहों या बंद जगहों पर जाना मुश्किल हो सकता है, खासकर अगर आपको क्लॉस्ट्रोफोबिया (बंद जगहों में घुटन महसूस करना) हो।

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अस्थमा और एंग्ज़ाइटी का कनेक्शन

  • एक रिसर्च में ये पाया गया है कि अस्थमा और श्वसन समस्याओं वाले लोगों में एंग्ज़ाइटी डिसऑर्डर का खतरा तीन गुना ज्यादा होता है। इसके कारण ऐसे लोग सार्वजनिक स्थानों पर जाने से डरते हैं क्योंकि उन्हें सांस लेने में परेशानी का डर रहता है।

इससे निपटने के आसान तरीके:

अस्थमा का सही इलाज

  • सबसे पहला और अहम तरीका है अस्थमा का सही इलाज करना। डॉक्टर के कहे मुताबिक इनहेलर का इस्तेमाल करें, धूल, प्रदूषण और एलर्जी से बचें। और हमेशा इनहेलर साथ रखें ताकि जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत मिल सके।

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श्वसन व्यायाम

  • श्वसन व्यायाम, जैसे डायफ्रैमिक ब्रीदिंग और पर्स्ड-लिप ब्रीदिंग, अस्थमा और एंग्ज़ाइटी दोनों को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। ये आपको शांति देने और घबराहट कम करने में मदद करते हैं।

समारोहों में जल्दी पहुंचे

  • किसी भी कार्यक्रम या सार्वजनिक आयोजन में जल्दी पहुंचकर आप पहले से आराम से बैठ सकते हैं और भीड़ बढ़ने से पहले सही जगह ले सकते हैं। सीट इस तरह से चुनें कि पास में निकासी का रास्ता हो, ताकि बाहर निकलना आसान हो।

धीरे-धीरे माहौल से सामंजस्य बैठाएं

  • अगर किसी खास जगह पर आपको बेचैनी होती है, तो वहां धीरे-धीरे जाएं। पहले कम भीड़ वाली जगहों पर जाएं और फिर धीरे-धीरे ज्यादा भीड़ वाली जगहों पर जाएं।

ध्यान और माइंडफुलनेस

  • मानसिक शांति और संतुलन के लिए ध्यान और माइंडफुलनेस का अभ्यास करें। इससे आपको घबराहट कम करने में मदद मिलेगी। घर में छोटे कमरे में गहरी सांस लेने या बॉडी स्कैन मेडिटेशन जैसे आराम देने वाले व्यायाम करें, ताकि बंद जगहों पर भी कम घबराहट हो।

अगर जरूरत हो तो प्रोफेशनल मदद लें

  • अगर अस्थमा और एंग्ज़ाइटी में कोई सुधार नहीं हो रहा है, तो मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक से मदद लें। सीबीटी (Cognitive Behavioral Therapy) और एंटी-एंग्ज़ाइटी दवाइयां भी आराम दिला सकती हैं।

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