द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने सोमवार को संसद के सेंट्रल हॉल में भारत के 15वें राष्ट्रपति (President) के रूप में शपथ ली। मुख्य न्यायाधीश एनवी रमणा ने मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह के बाद मुर्मू को इंटर-सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा और रिटायर हो रहे राष्ट्रपति का शिष्टाचार सम्मान किया जाएगा।
द्रौपदी मुर्मू आजादी के पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की महिला शख्सियत हैं। प्रतिभा पाटिल के बाद मुर्मू देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। गृह मंत्रालय ने कहा कि शपथ ग्रहण के बाद मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी जाएगी।
उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख अधिकारी समारोह में शामिल हैं।
इस दौरान अपने संबोधन में द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं। आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है।
उन्होंने कहा कि मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा। ऐसे ऐतिहासिक समय में जब भारत अगले 25 वर्षों के विजन को हासिल करने के लिए पूरी ऊर्जा से जुटा हुआ है, मुझे ये जिम्मेदारी मिलना मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है। मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूँ जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है।
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