UP: माफिया मुख्तार अंसारी ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर बनवाया गोदाम, फिर सरकार से ही वसूला सालाना 1.5 करोड़, मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज

उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉड्रिंग (Money Laundering) का केस दर्ज किया है। गाजीपुर और लखनऊ में दर्ज मुकदमे को आधार बनाते हुए यह कार्रवाई की गई है। मुख्तार अंसारी पर मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज करने में जिन तीन मुकदमों को आधार बनाया गया है, उनमें से एक सरकारी जमीन पर कब्जे का है। दिलचस्प बात ये है कि मुख्तार ने न सिर्फ सरकारी जमीन पर कब्जा किया, बल्कि उसी पर आलीशान गोदाम बनवाकर सरकार से ही सालाना डेढ़ करोड़ रुपए किराया भी वसूला।


यह मामला संज्ञान में आने के बाद पिछले साल मऊ जिला प्रशासन ने करोड़ों रुपए के इस गोदाम की सीज करते हुए मुख्तार की पत्नी, सालों समेत पांच के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। पूरा मामला मऊ जिले के रैनी गांव का है। करीब 10 साल पहले मुख्तार ने गुडंई के दम पर औने-पौने दाम में भूमिहार, यादव व अनुसूचित जाति के लोगों से करीब 15 बीघा जमीन खरीदी। मुख्तार ने ये जमीन अपनी पत्नी अफ्शा अंसारी, बिजनेस पार्टनर सरजील राजा उर्फ आतिफ, अनवर शहजाद (मेसर्स विकास कंस्ट्रक्शन) के नाम पर ली।


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इसके बाद जमीन के अगल-बगल स्थित ग्रामसभा की कई बीघा जमीन पर भी कब्जा कर लिया। दो साल में यहां आलीशान गोदाम बनाकर खड़ा कर दिया। इसके बाद फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (एफसीआई) को यह गोदाम डेढ़ करोड़ सलाना किराये पर दे दिया गया। मुख्तार ने सात साल तक किराये के रूप में इस गोदाम के जरिए 10 करोड़ से ज्यादा रुपये वसूले। पिछले महीने ही गोदाम का कुछ हिस्सा सीज कर उसे पुलिस ने कुर्क कर दिया था। सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर गोदाम बनवाने के मामले में मऊ के दक्षिणटोला थाने में विकास कंसट्रक्शन के नाम से केस दर्ज कराया गया था।


सूत्रों का कहना है कि जिस विकास कंस्ट्रक्शन के नाम से सरकारी जमीन पर कब्जा कर गोदाम बनवाया गया, वह मुख्तार की शैल कंपनी है। इसमें उसका ही पैसा लगा हुआ था, कागजों में जिसका मालिक मुख्तार का बिजनेस पार्टनर आतिफ था। सूत्रों का यह भी कहना है कि ईडी को मुख्तार की ऐसी ही कई और शैल कंपनियों के बारे में जानकारी मिली है। इनके जरिए वह अपनी ब्लैक मनी को व्हाइट करता था।


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मुख्तार अंसारी पर मनी लॉड्रिंग का केस दर्ज करने में आधार बनाया गया दूसरा मुकदमा विधायक निधि के गलत इस्तेमाल का है। इसी साल 24 अप्रैल 2021 को गाजीपुर के सरायलखंसी थाने में विधायक मुख्तार अंसारी, आनंद यादव, बैजनाथ यादव, बैजनाथ की पत्नी, संजय सागर के खिलाफ धोखाधड़ी, गबन के आरोप में राम सिंह ने रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि सरवां गांव स्थित 3000 वर्ग गज जमीन पर स्कूल बनवाने के नाम पर विधायक निधी से 2 बार 25 लाख रुपए निकाले, लेकिन स्कूल नहीं बनवाया।


राजधानी लखनऊ में भी पाकिस्तान जा चुके एक शख्स की जमीन पर कब्जा कर मकान बनवाने के आरोप में मुख्तार के खिलाफ हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुर्आ था। इसी तरह कई और संपत्ति अवैध तरीके से अर्जित करने का मामला है। जानकारी के अनुसार, ईडी को मुख्तार के खिलाफ दर्ज 49 मुकदमों की जानकारी मिली है।


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