बिहार चुनाव 2025 के रिजल्ट से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने एग्जिट पोल्स (Exit Poll) को खारिज करते हुए कहा कि ये सभी रिपोर्ट्स प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से सेट हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि काउंटिंग के दिन अधिकारियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। तेजस्वी यादव ने सवाल उठाया कि सैम्पल सर्वे का कोई मानक क्यों नहीं बताया जा रहा। उनका कहना था कि इस बार चुनाव में बदलाव होने जा रहा है और भाजपा तथा एनडीए के लोग बौखलाहट में हैं।
बढ़ी हुई मतदान संख्या और जनता का संदेश
तेजस्वी यादव ने बताया कि 2020 की तुलना में इस बार 72 लाख अधिक लोगों ने मतदान किया है। हर विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 30 हजार से अधिक लोगों ने वोट डाला। उनका तर्क था कि यह वोट सरकार को बचाने के लिए नहीं, बल्कि सरकार बदलने के लिए है। उन्होंने पिछली बार की मतगणना और उसके दौरान हुई बेईमानी की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार साफ-सुथरी और निष्पक्ष मतगणना होगी।
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महागठबंधन की उम्मीद और क्लीन स्वीप का दावा
तेजस्वी यादव ने महागठबंधन की भारी जीत का दावा किया। उन्होंने कहा कि बिहार में इस बार ‘नौकरी वाली सरकार’ आएगी और ‘कलम राज’ स्थापित होगा। उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि अगर काउंटिंग में बेईमानी हुई तो जनता मुंहतोड़ जवाब देगी। उनका मानना है कि बिहार के लोग लोकतंत्र को समाप्त नहीं होने देंगे।
सकारात्मक संकेत और जनता की प्रतिक्रिया
तेजस्वी यादव ने अपने सरकारी आवास पोलो रोड में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उन्हें बहुत सकारात्मक सूचना मिली है। उनका कहना था कि 1995 के मुकाबले भी बेहतर फीडबैक मिला है। सभी लोगों ने भारी मतदान किया और इस बार बदलाव का संदेश स्पष्ट रूप से सामने आया है। जनता ने इस सरकार के खिलाफ अपना मत दिया है और इस बार बदलाव की उम्मीद जग गई है।


















































