हाल ही में कई उत्तर प्रदेश समेत कई बोर्ड्स के 10 और 12 का रिजल्ट जारी हुआ है. जिसके बाद कई मामलों में अफवाह फैलाने का सिलसिला भी शुरू हो गया है. इसी के अंतर्गत एक पेपर कटिंग सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है जिसमे कहा जा रहा है कि कोविड के दौरान बिना परीक्षा दिए अगली क्लास में प्रमोट होने वाले 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को एक विशेष परीक्षा देनी पड़ सकती है. ये आदेश यूपी सरकार का बताया जा रहा है. पर इस मैसेज की सच्चाई अलग है.
मैसेज में लिखा था ये
जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया पर ये दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में 10वीं एवं 12वीं में उत्तीर्ण हुए सभी छात्र-छात्राओं को सरकारी नौकरी के लिए एक स्पेशल एग्जाम देना होगा. वायरल हो रहे “न्यूज 18” के इस स्क्रीनशॉट में लिखा है कि आदेश के अनुसार कोविड के दौरान बिना परीक्षा दिए अगली क्लास में प्रमोट होने वाले 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स की मार्कशीट सरकारी नौकरियों के लिए मान्य नहीं होगी.
फेक है ये दावा
फेसबुक पर स्क्रीनशॉट साझा करते हुए एक व्यक्ति ने लिखा है, “उत्तर प्रदेश के 10वीं एवं 12वीं में उत्तीर्ण हुए सभी छात्र छात्राओं को समर्पित योगी जी का यह तोहफा बधाई”. ब्रेकिंग ट्यूब ने इस मामले में जानकारी हासिल की तो ये बात सामने आई कि वायरल पोस्ट में गलत जानकारी दी गई है. ये फैसला उत्तर प्रदेश सरकार ने नहीं बल्कि असम सरकार ने कुछ दिनों पहले लिया था जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था.
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