उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद (Farrukhabad) जिले में शादी के बाद युवती का जबरन धर्मांतरण (Forcibly Conversion) कराने के मामले में शनिवार की रात पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। इससे पूर्व दोपहर में हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के साथ चौकी पुलिस ने आरोपी के घर पर दबिश दी, लेकिन आरोपी के न मिलने पर उसके भाई को हिरासत में लिया गया था। हालांक कोतवाली पुलिस ने धर्मांतरण से इंकार किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, शहर कोतवाली क्षेत्र निवासी एक महिला ने विश्वहिंदू परिषद के जिला मंत्री दिनेश सिंह तोमर, हिंदू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष सुबोध मिश्रा आदि को अपनी आपबीती सुनाई। महिला ने कहा कि उसका 2004 में विवाह हुआ था। पति से दो बेटियां पैदा हुईं। पति मानसिक रोगी था। इसलिए वह एक अस्पताल में नौकरी करने लगी।
महिला ने बताया कि वहीं, पर एक युवक नाम बदलकर नौकरी कर रहा था। इस दौरान युवक ने महिला से नजदीकी बढ़ाईं। महिला आर्थिक तंगी के चलते उसके झांसे में आ गई और उससे शादी कर ली। इसके बाद साल 2015 में युवक महिला को कायमगंज की एक दरगाह में ले गया और धर्म परिवर्तन करवा दिया। यही नहीं, महिला को कलमा, दारुल शरीफ आदि की शिक्षा दी।
महिला के मुताबिक, पिता की मृत्यु के बाद मिले एक लाख रुपए भी युवक ने धीरे-धीरे निकलवा लिए। इतना ही नहीं, 24 जून 2021 को बेटी के नाम जमा 50 हजार रुपये की एफडी भी तुड़वाकर पैसे ले लिए। पीड़िता का आरोप है कि अब वह तलाक लेना चाहता है। विहिप जिला मंत्री ने इसकी सूचना कोतवाल को दी। कोतवाल के निर्देश पर पांचाल घाट चौकी प्रभारी हरिओम प्रकाश त्रिपाठी, आवास विकास चौकी प्रभारी विशेष कुमार पुलिस बल के साथ युवक के घर पहुंचे, लेकिन आरोपी नहीं मिला।
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ऐसे में पुलिस उसके भाई को हिरासत में लेकर कोतवाली ले आई। कोतवाल नीतेश सिंह ने बताया ने बताया कि मामले में रवि उर्फ करण उर्फ जाहिद सलीम के खिलाफ महिला पर जानलेवा हमला करने व रुपये निकालने का मुकदमा दर्ज कराया है।
INPUT – ABHISHEK GUPTA
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