अपहरण कर बच्चे को ले जा रहे साधुओं की तलाश में फर्रुखाबाद पुलिस, ग्रामीणों में भारी रोष

फर्रुखाबाद जिले में साधु वेशधारी बदमाशों द्वारा पाँच वर्षीय मासूम बालक का अपहरण कर ले जाने की सूचना पर ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। इस दौरान तकरीबन आधा दर्जन गाँवों के सैकड़ों ग्रामीण सडक़ पर एकत्रित हो गये। सूचना जब पुलिस को मिली तो पुलिसकर्मियों के भी हाथ-पाँव फूल गए। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा पैदल व ड्रोन कैमरे की मदद से साधुओं की खोज की जा रही है।

ये है मामला

जानकारी के मुताबिक, शमसाबाद थाना क्षेत्र के ग्राम अलियापुर निवासी गोपाल पुत्र शेखर दिवाकर मजदूर है और मजदूरी के तहत घर परिवेार की रोजी रोटी चलाता है। नवाबगंज थाना क्षेत्र के ग्राम सहसा जगदीशपुर निवासी पूर्व ग्राम प्रधान संजू गंगवार का गन्ने का खेत जो अलिया पुर रेलवे क्रॉसिंग के निकट है रविवार की सुबह 8:00 बजे के करीब मजदूर गोपाल गन्ने के खेत की सिंचाई कर रहा था।

उसी दौरान बीहड़ इलाके से पीले वस्त्र पहने चार साधुओ को गुजरते हुए देखा साधुओं के पास एक मासूम बच्चा भी था। जिसकी उम्र लगभग पाँच वर्ष होगी। बच्चा रो रहा था साधु के वेश में अपहरणकर्ता बच्चे को पीले कपड़े में लपेटकर तेज कदमों से जा रहे थे। यह नज़ारा देख मजदूर दहशत में आ गया और उसने गांव जा कर घटना की सूचना दी।

मौके पर पहुंची पुलिस

सूचना के बाद ग्रामीणों का भारी हुजूम मौके पर पहुंचा। संभावित स्थान खेत खलिहानों बाग बगीचों की खोज की गयी, मगर सफलता नहीं मिली। साधुओं द्वारा बच्चे का अपहरण का अपहरण सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई और असपास के ग्रामीण इलाकों में सहसा जगदीशपुर, अलियापुर, किसरोली, रजलामई, मई रसीदपुर सहित आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों हजारों की संख्या में ग्रामीणों द्वारा खोज की गई।

सूचना पर प्रभारी थानाध्यक्ष शमसाबाद मनोज कुमार भाटी, चौकी प्रभारी फैजबाग संजय राय, थानाध्यक्ष नवाबगंज, कंपिल, मोहम्दाबाद के अलावा सीओ कायमगंज सोहराब आलम, सीओ मोहम्मदाबाद मंजरी राय पुलिस फोर्स के साथ खेत खलिहानों, बाग-बगीचों में घंटों खोज करते रहे, लेकिन पता नहीं चल सका। अंत में ग्रामीणो की मांग पर ड्रोन कैमरे का सहारा लिया गया।

तलाश में जुटी पुलिस

आसमान में ड्रोन काफी देर तक उड़ता रहा, मगर सफलता नहीं मिली। सुबह 8 बजे से दोपहर तक साधु वेशधारी अपहरणकर्ताओं की खोज की गयी। अलियापुर के ग्राम ओम नंदन ने बताया ग्रामीण गोपाल दिवाकर द्वारा सूचना दी गई थी। जिस पर बच्चे का अपहरण करने वाले साधु संतों की काफी देर तक तलाश की गई। पूर्व ग्राम प्रधान संजू गंगवार ने बताया मजदूर गोपाल दिवाकर द्वारा उक्त घटना की सूचना दी थी। उधर, साधु वेशधारी अपहरणकर्ताओं द्वारा मासूम बच्चे का अपहरण किये जाने की सूचना से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल देखा गया। साधुओं के पास किसका बच्चा था यह अभी तक पता नहीं चला है।

इनपुट: अभिषेक गुप्ता 

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